महाराष्ट्र : महाराष्ट्र की सियासत पर संकट के बादल छाए हुए हैं। आज सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में सुनवाई होनी है। इस बीच शिंदे गुट की ओर से बड़ा दावा किया गया है। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई अपनी याचिका में दावा किया है कि उनके पास 38 विधायकों का समर्थन है। उधर, उद्धव ठाकरे ने बागी मंत्रियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके विभाग वापस लेकर दूसरे मंत्रियों को दे दिए हैं। याचिका में उन्होंने कहा है कि शिवसेना के विधायक दल के 38 सदस्यों ने महा विकास अघाड़ी सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। ऐसे में एमवीए सरकार ने बहुमत खो दिया है। दरअसल, एकनाथ शिंदे गुट की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दायर की गई हैं। इसमें एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता के पद से हटाने, विधायकों को नोटिस और डिप्टी स्पीकर द्वारा अविश्वास प्रस्ताव को खारिज किए जाने को चुनौती दी गई है।
शिंदे गुट के खिलाफ भी हाईकोर्ट में याचिका
उधर, महाराष्ट्र की आंतरिक व्यवस्था को अस्त-व्यस्त करने के आरोप में बॉम्बे हाईकोर्ट में एकनाथ शिंदे के खिलाफ जनहित याचिका दायर की गई है। इसमें उन पर महाराष्ट्र में ‘राजनीतिक उथल-पुथल’ मचाने और राज्य सरकार की आंतरिक व्यवस्था को अस्त-व्यस्त करने का आरोप लगाया गया है। जनहित याचिका में विद्रोही नेताओं के खिलाफ “कर्तव्यों का पालन नहीं करने और ऐसी अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए उचित कार्रवाई की मांग की गई है, जिससे जन अधिकारों और सुशासन का अनादर हुआ है।’