बांकुड़ा, पुरुलिया, झाड़ग्राम और पश्चिम मिदनापुर की पुलिस हुई सतर्क
डीजी की बैठक के बाद ही जंगलमहल में शुरु हो गया अभियान
विभिन्न थाना इलाकों में चल रहा नाका चेकिंग व तलाशी अभियान
जंगलमहल में पुलिस ने उतारा एंटी माइन व्हीकल
सन्मार्ग संवाददाता
खड़गपुर : जंगलमहल इलाके में माओवादी हमले की आशंका को देखते हुए राज्य पुलिस हाई अलर्ट मोड पर तैनात हो गयी है। हाल ही में केन्द्रीय खुफिया एजेंसी की ओर से राज्य सरकार को सतर्क किया गया कि जंगलमहल में बड़ा माओवादी हमला हो सकता है। इसके बाद से राज्य सरकार की ओर से जंगलमहल के सभी थानों को सतर्क कर दिया गया । पुलिस की ओर से एंटी माइन व्हीकल को जंगलमहल में उतारा गया है तताकि अगर कोई घटना घटती है तो पुलिस घटनास्थल तक पहुंच सके। इसके अलावा अतसंवदनशील इलाकों में भी पुलिस गश्त लगा सके। राज्य पुलिस की ओर से सुरक्षा के लिहाज से सभी पुख्ता इंतेजाम कर लिए गए हैं। केन्द्रीय खुफिया एजेंसी की सतर्कता के बाद से ही राज्य पुलिस के डीजी मनोज मालवीय जंगलमहल के दौरे पर हैं। पश्चिम मिदनापुर जिले के मिदनापुर स्थित पुलिस लाईन में जंगलमहल के बांकुड़ा, पुरुलिया, झाड़ग्राम और पश्चिम मिदनापुर के आला पुलिस अधिकारियों को लेकर एक बैठक की थी। उसके बाद ही रविवार की सुबह से ही झाड़ग्राम सीमा से सटे जंगल इलाके के बेलपहाड़ी और जामबनी थाना इलाके के विभिन्न क्षेत्रो में जोरदार तलाशी अभियान शुरु कर दिया गया है। इसमें पुलिस और सीआरपीएफ दोनों शामिल है। तलाशी अभियान के तहत रास्ते से आने जाने वाली गाड़ियों को रोककर उनकी तलाशी ली जा रही है, गाड़ियों में सवार लोगों से भी उनके आने जाने के बारे में पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा जंगलमहल के विभिन्न रास्तों में सीआरपीएफ के जवान गश्त लगा रहें हैं। विभिन्न इलाकों में पुलिस नाका चेकिंग अभियान चला रही है ताकि माओवादी किसी भी तरह से इलाके में दखल न हो सकें।
पुलिस ने राजनीतिक नेताओं को भी किया अलर्ट
पुलिस सूत्रों के अनुसार सड़कों पर पुलिस की टहलदारी बढ़ाने के साथ ही जगलमहल के राजनीतिक नेताओं को भी उनकी सुरक्षा को लेकर अलर्ट कर दिया गया है। जंगलमहल इलाके के तृणमूल कांग्रेस नेताओं को सलाह दी गयी है कि वह लोग शाम के 6 बजे के बाद इलाके को छोड़कर बाहर न जायें। कुल मिलाकर जंगलमहल इलाके में जो हाईअलर्ट जारी किया गया है वह अब पूरी तरह से नजर आने लगा है। खुद डीजीपी इन दिनों जंगलमहल रहकर पूरे अभियान पर नजर बनाए हुए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार झाड़खंड और पश्चिम बंगाल के सीमांत इलाकों में विशेष रुप से नजर रखी जा रही है क्यों कि काफी पहले से ही झारखंड में माओवादियों के मौजूद होने की आशंका जाहिर की जा रही है। उल्लेखनीय है कि 8 अप्रेल को माओवादियों द्वारा बुलाये गये बंद का झाड़ग्राम जिले के जंगलमहल इलाके में पूरा असर देखने को मिला था दुकाने, बाजार आदि बंद थे । यहां तक कि झाड़ग्राम शहर में भी माओवादियों के बंद का व्यापक असर था। इसके कारण पुलिस किसी भी तरह से कोई कोरकसर नही छोड़ना चाहती है जिससे कि माओवादी कोई अप्रिय घटना को अंजाम दे सकें।
जंगलमहल में माओवादी हमले के मद्देनजर पुलिस हाई अलर्ट मोड पर
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