कोलकाता : सरकार के प्रयासों के बावजूद देश में आए दिन मॉब लिंचिंग की घटनाएं देखी जा रही हैं। ऐसी ही एक घटना पश्चिम बंगाल के कूचबिहार से सामने आई है जहां गाय चोरी करने के संदेह में दो लोगों को भीड़ ने पीट-पीट कर मौत के घाट उतार डाला। पुलिस सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि गुरुवार की सुबह कोतवाली थाना अंतर्गत पुटीमारी के नजदीक फुलेश्वरी इलाके में भीड़ द्वारा पीटे जाने के कारण दो लोगों मौत हो गई। मृतकों का नाम प्रकाश दास और बाबला मित्र बताया जा रहा है। दोनों व्यक्ति माथाभांगा इलाके के निवासी थे।
पिकअप वैन से ले जा रहे थे गाय
सूत्रों के अनुसार, प्रकाश और बाबला गुरुवार सुबह पिकअप वैन से गाय लेकर जा रहे थे। फुलेश्वरी के नजदीक उनको कुछ लोगों ने रोक लिया। इसके बाद उन लोगों ने वैन में मौजूद दो लोगाें से पूछताछ शुरू कर दी और फिर गाय चोर बताते हुए मारने-पीटने लगे। इस मामले की सूचना पाकर टॉपर हॉट चौकी की पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और दोनों को भीड़ के हमलों से मुक्त किया। पुलिस ने दोनों घायल व्यक्तियों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से आहत मृतकों के परिवार ने पुलिस से हमलावरों को जल्द गिरफ्तार करने और इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
दोनों पर गाय चोरी का था शक
जिला पुलिस अधीक्षक संतोष निंबलकर ने बताया कि पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि दोनो व्यक्तियों पर गाय चोरी करने का संदेह होने के कारण भीड़ ने पीटा जिसके चलते दोनों की मौत हो गई। आरोपी लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
राज्य सरकार ने पारित किया था सामूहिक हिंसा रोकथाम अधिनियम
गौरतलब है कि हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान राज्य सरकार ने सामूहिक हिंसा रोकथाम अधिनियम को पारित किया था। इसमें यह प्रावधान शामिल किया गया था कि मॉब लिंचिंग में शामिल लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश, साजिश रचने और हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत आरोपी लोगों को आजीवन कारावास या फांसी तक की सजा सुनाई जा सकती है। कूचबिहार में गाय चोरी के संदेह पर भीड़ द्वारा दो व्यक्तियों की मौत की घटना में पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज की सहायता से और स्थानीय लोगों से पूछताछ के जरिए हत्या के आरोपी लोगों को ढूंढा जा रहा है।