कोलकाताः शंभुनाथ पंडित अस्पताल में रेमडेशिविर इंजेक्शन के नष्ट होने की घटना के बाद अब बेलियाघाटा आईडी हॉस्पिटल में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और फेविपिराविर के नष्ट होने का मामला सामने आ रहा है। कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली ये दोनों दवाएं भी इस बार अस्पताल में मियाद समाप्त होने के कगार में हैं। इसमें एक या दो नहीं, बल्कि 50,000 से अधिक हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और फेविपिराविर की मियाद समाप्त होने वाली है। इसे बेलियाघाटा आईडी अस्पताल में रखा गया है। ईडी अस्पताल ने शिकायत की है कि स्वास्थ्य भवन ने उन्हें बिना मांगे इतनी सारी दवाएं दे दीं। इसमें हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन 46,500 टैबलेट 31 मार्च 2022 को एक्सपायर हो जाएंगी। वहीं, फेविपिराविर की 4,620 गोलियां 26 फरवरी, 2022 को समाप्त हो जाएंगी। अस्पताल के अधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग से अनुरोध किया है कि अन्य अस्पताल कार्रवाई करें, ताकि इन दवाओं का उपयोग किया जा सके।
अब आईडी में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन व फेवीपिराविर नष्ट होने की कगार पर
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