कोलकाता : शुभेन्दु अधिकारी के साथ पार्टी की क्या बिगड़ी, कई नेताओं के बागी तेवर सामने आने लगे। मौजूदा समय में तृणमूल की ओर से शुभेन्दु का चैप्टर लगभग बंद कर दिया गया है। इस बीच शुक्रवार को पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने अपने नेताओं के साथ सांगठनिक स्तर पर बैठक की। बैठक में ममता बनर्जी ने शुभेन्दु का नाम लिए बगैर साफ निर्देश दिया है कि पार्टी विरोधी काम करने वाले नेताओं के खिलाफ न सिर्फ कार्रवाई की जाएगी बल्कि ऐसे नेताओं के लिए बाहर का रास्ता खुला है, वह अपने मन-मुताबिक लुटेरे दल में शामिल हो सकते हैं। ममता ने पार्टी नेताओं को साफ कर दिया है कि अब चार पीढ़ियां पार्टी में उन्होंने तैयार की हैं और यह पता है कि किसकी क्या जरूरत है। अब कोई अपनी मनमानी करना चाहता है तो पार्टी उसे बर्दाश्त नहीं करने वाली है।
एजेंसियों से डरो या मेरे साथ रहो
सूत्रों ने बताया कि बैठक में ममता ने सांगठनिक स्तर पर मजबूत होने की बात कही। उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त भाजपा के नेता यहां आते हैं और एजेंसियों का डर दिखाते हैं। कई बार एजेंसियों से डर कर हमारे नेता समझौता कर लेते हैं। उन्होंने साफ कहा कि जो डर के या किसी और कारणवश पार्टी से जाना चाहते हैं वह जा सकते हैं और जिनमें हिम्मत है मुश्किलों का सामना करने की वह मेरे साथ खड़े रहें।
बैठक में शामिल हुए शिशिर, मिदनापुर के लिए खास निर्देश
शुक्रवार की बैठक में शिशिर अधिकारी पर सभी की नजर थी कि वे मौजूद होंगे या नहीं मगर वह बैठक में उपस्थित हुए। सूत्रों ने बताया कि ममता ने नंदीग्राम, हल्दिया और कांथी में संगठन बदलने की बात कही। सूत्रों ने बताया कि ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि मिदनापुर समेत बाकी जिलों में जो तृणमूल के अनुगामी नहीं है उसे पद से हटा दिया जाएगा। इसके लिए उन्होंने सुब्रत बख्शी से जल्द आगे की कार्रवाई करने को कहा। साथ ही कहा कि वहां के संगठन पर खास नजर रखी जाए।