सिलीगुड़ीः कोरोना के विकराल होते हालातों के बीच भी इसकी रोकथाम को लेकर सरकार और प्रशासन की कोशिशों से लोगों के बीच उम्मीद कायम है। कोरोना की रोकथाम को राज्य सरकार द्वारा सिलीगुड़ी में फिर से चैंग कोविड अस्पताल के अधिग्रहण के साथ-साथ प्रशासनिक तत्परता के बीच भले बड़ी संख्या में कोरोना के नये मरीजों के आने का सिलसिला जारी है लेकिन कोरोनामुक्त होकर घर जाने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी है जिससे लोगों के बीच व्यवस्था को लेकर आशा की किरण जगी है। कोरोना के कारण पूरे देश में हालात खराब हैं और सिलीगुड़ी भी इससे अछूता नहीं रहा। प्रशासनिक स्तर पर व्यवस्था में कोई खामियां नहीं रखी गयी है इसके बावजूद शहर के प्रबुद्ध नागरिक इस पर क्या सोचते हैं? उन्हें स्वास्थ्य और प्रशासनिक व्यवस्था में और क्या सुधार चाहिए? कोरोना पर कैसे जल्द काबू पाया जाये? इस पर नागरिकों से बातचीत की गयी और उनकी राय ली गयी। पेश है कुछ अंश।
कोरोना की रोकथाम को एक ही टाइम हो व्यापार की अनुमति वरना नहीं टूटेगा कोरोना का चेनः सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट स्थित सिलीगुड़ी पोटैटो-ओनियन मार्केट कॉम्पलेक्स के सचिव रामअवतार प्रसाद ने बताया कि सुबह 7-10 और अपराह्न 3-5 टाइमिंग में हो रहे लॉकडाउन से कोरोना का चेन नहीं टूटने वाला है। रेगुलेटेड मार्केट में आने वाले व्यापारी दूर दराज से आते हैं। वे सुबह 10 बज जाने के बाद बाजार बंद होने के बाद भी वहीं बैठे रहते हैं और अपराह्न तीन बजे फिर माल लेकर वापस जाते हैं। इससे कोरोना चेन टूटने के बजाये और गंभीर हो रहा है। उन्होंने राज्य सरकार से अपील करते हुए कहा कि यहां कई बैठकों के बाद एक रास्ता यह निकल रहा है कि सरकार एक वक्त सुबह 8 से दोपहर 1 बजे तक बिजनेस की अनुमति दे और दोपहर दो बजे से पूरी तरह बंद कर दे जिससे यहां आने वाले व्यापारियों को बैठना नहीं पड़ेगा और वे एक ही बेला में काम खत्म कर वापस चले जायेंगे। इससे कोरोना की रोकथाम में भी मदद मिलेगी और बाजार की भीड़ की एक वक्त के बाद समाप्त हो जायेगी। उन्होंने बताया कि इस प्रस्ताव को सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट सिलीगुड़ी पोटैटो-ओनियन मार्केट कॉम्पलेक्स की ओर से समस्याओं का उल्लेख करते हुए मुख्य सचिव को भी पत्र दिया जा रहा है।
आंशिक नहीं पूर्ण लॉकडाउन लगाये राज्य सरकारः माहेश्वरी महिला मंडल, सिलीगुड़ी की सचिव मधु झंवर ने कोरोना के हालात को बेहद गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी में कोरोना के नये केसों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसे देखते हुए अब आंशिक नहीं बल्कि राज्य सरकार को पूर्ण लॉकडाउन लगा देना चाहिए। उन्होंने बताया कि सिलीगुड़ी में आंशिक लॉकडाउन कारगर साबित नहीं हो रहा है। लोग बार-बार बाहर निकल रहे हैं जिससे संक्रमण भी बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के समक्ष अब लॉकडाउन के अंतिम विकल्प को अपनाने का सही वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान वक्त ढील देने का नहीं बल्कि सख्ती से कोरोना महामारी को खत्म करने का है। उन्होंने कहा कि लोग जवान बच्चों को अपनी आंखों के सामने जाते देख रहे हैं इसके बावजूद लोग लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे जिसका खामियाजा पूरे समाज को उठाना पड़ रहा है।
सिलीगुड़ी में तत्काल कोविड अस्पतालों में बेड बढ़ाने की जरूरतः सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसियेशन के अध्यक्ष करण सिंह जैन ने बताया कि सिलीगुड़ी में कोरोना को लेकर हालात काफी खराब हो रहा है। ऐसे में केवल चैंग अस्पताल के 30 बेड के अधिग्रहण से काम नहीं चलेगा बल्कि प्रशासन को यहां प्राइवेट अस्पतालों के अधिग्रहण कर वहां कोविड के मरीजों के लिए 500 बेडों की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर दिन लोग यहां परिजनों को खो रहे हैं। ऐसे में महज दिखावे के लिए काम करने के बजाये प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को गंभीरता से काम करना चाहिए। उन्होंने बताया कि हमें उम्मीद है बुधवार को शथप ग्रहण के साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोरोना की रोकथाम पर कोई बड़ा कदम उठायेंगी। अब हालात विस्फोटक हो गया है। लोग अपनों को खो रहे हैं।
सिलीगुड़ी में पूर्ण लॉकडाउन के साथ सख्ती जरूरीः शहर के चार्टर्ड अकाउंटेंट विशाल जैन ने कहा कि सिलीगुड़ी में कोरोना की रोकथाम को पूर्ण लॉकडाउन ही एक मात्र विकल्प है। इसके साथ-साथ सख्ती बरता जाना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि मंगलवार शाम शहर के महावीर स्थान जैसे बाजार इलाके में उमड़ी भीड़ लोगों के बैखौफ होने की कहानी बयां करता है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सरकार को यहां अब और सख्त हो जाना चाहिए क्योंकि शहर में हर दिन बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो रही है। जिसके अपने बिछड़ रहे हैं उन्हें पता है कि कोरोना कितनी घातक है लेकिन अन्य लोग इसे आज भी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। अब समाज के हर वर्ग को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। यह वक्त अब चेत जाने का है।
स्वास्थ्य व्यवस्था में ढांचागत सुधार जरूरीः सिलीगुड़ी हार्डवेयर मर्चेंट एसोसियेशन के अध्यक्ष संदीप सिंघल ने बताया कि कोविड के नये केसों की बाढ़ के बीच अब सिलीगुड़ी की स्वास्थ्य व्यवस्था में तुरंत ढांचागत सुधार की जरूरत है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार को यहां पूर्ण लॉकडाउन लगाने का आदेश जारी करना चाहिए। इसके साथ ही शहर में डॉ. चैंग कोविड अस्पताल में अधिगृहित महज 30 बेड से काम नहीं चलेगा बल्कि पहले की तरह पूरा अस्पताल ही लेकर वहां कोविड के मरीजों के इलाज की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि शहर में कोरोना के मरीजों को बेड मिलना मुश्किल हो रहा है ऐसे में अब बड़े पैरवी के बाद भी लोग परिजनों को बेड और आक्सीजन नहीं दिला पा रहे हैं। ऐसे अफरातफरी के माहौल में राज्य सरकार को तुरंत अब कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
‘कोरोना के विकराल होते हालात के बीच आंशिक नहीं पूर्ण लॉकडाउन जरूरी’
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