कुछ यात्री सुबह से ही लोकल ट्रेन के इंतजार में बैठे रहे प्लेटफाॅर्म पर
हावड़ा/कोलकाता : राज्य सरकार द्वारा गुरुवार से आगामी 14 दिनों के लिए लोकल ट्रेनों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। ऐसे में गुरुवार की सुबह से ही हावड़ा व सियालदह स्टेशनों के लोकल ट्रेनों के प्लेटफाॅर्म पर अजीब सा सन्नाटा पसरा हुआ है। लोगों की लाइफलाइन कही जानेवाली रेल से लोग कम रुपये व कम समय में लंबी दूरी की यात्रा करते हैं। ऐसे में लोकलाें के बंद होने जाने से एक बार फिर रेलवे यात्रियों को पिछले लॉकडाउन की भूली-बिसरी यादें ताजा हो गयी हैं। उक्त प्लेटफाॅर्म में जहां पर लाखों लोगों की भीड़ होती थी, वहीं आज हावड़ा स्टेशन सूना पड़ा है और सियालदह स्टेशन पर भी सन्नाटा छाया हुआ है। लोग स्टेशन परिसर में न आएं इसके लिए सुबह से ही आरपीएफ के जवान तैनात थे। लोकल के लिए आनेवाले कुछ लोगों को पहले ही आरपीएफ की ओर से वापस भेज दिया गया।
सुबह से इंतजार में बैठे रहे लोग
हावड़ा स्टेशन का 3 व 4 नंबर प्लेटफाॅर्म जो हमेशा खचाखच लोगों की भीड़ से भरा रहता था वहां पर गिनकर ही लोग मौजूद थे। इसमें से एक वीरेंद्र यादव नामक दूध व्यवसायी था, मुंह नीचे कर बैठे हुए दूध व्यवसायी ने कहा कि वह सुबह 6 बजे से स्टेशन पर बैठा है और ट्रेन छूटने का इंतजार कर रहा है। उसे बंडेल जाना है लेकिन बस व अन्य परिवहन से जाने के लिए न तो उसके पास रुपये हैं और न ही ताकत। उसके अनुसार वह बूढ़े हो गये हैं और इतनी दूर का सफर करने में उन्हें बहुत परेशानियां होंगी, इसलिए वह ट्रेन के चलने का ही इंतजार कर रहे हैं। वहीं लिलुआ में रहनेवाले सुनील चौधरी का कहना है कि वह लिलुआ में काम करते हैं। उनके पास इतने रुपये नहीं हैं कि वह टोटो के माध्यम से लिलुआ पहुंचें इसलिए वे ट्रेन के छूटने का इंतजार कर रहे हैं।
सियालदह स्टेशन में निगरानी तेज
लोकल ट्रेनों के बंद होने के बाद से ज़्यादा स्टेशन पर निगरानी काफ़ी तेज़ कर दी गई है। सुबह से ही आरपीएफ और रेलवे के अधिकारी भारी संख्या में स्टेशन के गेट पर तैनात थे। वहीं एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों के यात्रियों को स्टेशन में घुसने के लिए काफ़ी मशक़्क़त करनी पड़ी। वहीं पैसेंजर व मेल में सवार होने के लिए यात्रियों को उनको ऑनलाइन टिकट दिखाना पड़ रहा है। तभी जाकर रेलवे अधिकारी उन्हें स्टेशन के अंदर घुसने दे रहे हैं। इसके अलावा लोकल ट्रेनों के कुछ यात्री भी ज़बरन घुसने की कोशिश की तो आरपीएफ ने उन्हें पकड़कर बाहर कर दिया। टिकट चेकर का कहना है कि बिना टिकट चेकिंग के हमलोग यात्रियों को स्टेशन पर घुसने नहीं दे रहे हैं। इसके अलावा स्टेशन पर यात्रियों की संख्या भले कम नज़र आईं लेकिन पैसेंजर और मेल के यात्री की संख्या ज्यो की तोह रहीं। पूरे की ओर से चलायी गयीं कुछ स्पेशल ट्रेनें
पूरे की ओर से रेलवे स्टाफ के लिए कुछ स्पेशल ट्रेनों को चलाया जा रहा है लेकिन उसमें केवल रेलवे स्टाफ को ही चढ़ने की अनुमति है। इस बारे में पूरे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी एकलव्य चक्रवर्ती ने कहा कि ये ट्रेनें सुबह व शाम को ही चलायी जा रही हैं। इसमें आम लोगों के सफर करने की अनुमति नहीं है।
हावड़ा स्टेशन पर लोकल प्लेटफाॅर्म पड़ा सूना, सियालदह में भी छाया सन्नाटा
Visited 317 times, 1 visit(s) today