प्रति मिनट 600 लीटर ऑक्सीजन का होगा उत्पादन
कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए नारायण मेमोरियल अस्पताल ने कोलकाता में पहला पीएसए ऑक्सीजन प्लांट लांच किया
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाताः हाल के दिनों में ऑक्सीजन की कमी की खबरें सामने आ रही थीं। ऑक्सीजन की कमी का असर मरीजों की परिसेवा पर न पड़े इसके लिए विशेष पहल करते हुए बेहला स्थित मल्टी स्पेशिलिटी नारायण मेमोरियल अस्पताल ने 600 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले प्रेशर स्विंग एड्जोरप्शन (पीएसए) मेडिकल ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट की शुरुआत कर दी। नारायण अस्पताल की ओर से शुरू इस प्लांट से मरीजों को सहूलियत होगी। नारायण मेमोरियल अस्पताल की सीईओ सुपर्णा सेनगुप्ता ने बताया कि “यह प्लांट कंप्रेस्ड हवा से 21 % ऑक्सीजन को अलग करता है, जो प्रेशर स्विंग एड्जोरप्शन के अनूठे तरीके से अलग की जाती है। अलग की गई ऑक्सीजन, मेडिकल ऑक्सीजन के रूप में एक निश्चित तरीके से प्रयुक्त होती है।” जिस प्लांट को स्थापित करने में करीब 3-4 महीने लगते हैं,उसी संयंत्र को अस्पताल परिसर के 5×3 मीटर जगह में सिर्फ सात दिनों में तैयार कर दिया गया। इस संयंत्र की क्षमता एक मिनट में करीब 840 घन मीटर ऑक्सीजन उत्पादित करने की है, जो हर 24 घंटे में 47 लीटर थोक ऑक्सीजन सिलेंडर है,जो 126 सिलिंडर के बराबर है।
उन्होंने कहा, “देश के बजाय शहर में मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई में अचानक आई कमी को देखते हुए इन आधुनिक सेवाओं को देना हमारा कर्तव्य था। इसलिए हमने तुरंत स्वयं से एक प्लांट बनाने की सोची और लिंडे इंडिया लिमिटेड की मदद से यह काम सुपरफास्ट तरीके से होना संभव हो पाया। पीएसए मेडिकल ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट कोविड के बढ़ते संकट और भविष्य में भी मरीजों का इलाज करने के लिए और उससे निपटने के लिए हमेशा मददगार रहेगी। इसलिए यह सुनिश्चित करने के लिए यह व्यवस्था की गई कि इससे सेंटर के 200 मरीजों की जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें सप्लाई मिलती रहे, सेंटर की कुल क्षमता 36 स्क्वायर क्यूबिक मीटर प्रति लीटर ऑक्सीजन प्रति लीटर उत्पादित करने की है।”
न हो ऑक्सीजन की कमी, अस्पताल ने 7 दिन में तैयार किया ऑक्सीजन प्लांट
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