
कोलकाताः माझेरहाट ब्रिज यानी जय हिंद ब्रिज का खुलना शहरवासियों के लिए किसी नई सुबह से कम नहीं कहा जा सकता। इसकी वजह यह है कि करीब दो साल तीन महीने पहले हुए हादसे के कारण ब्रिज टूटने से लोगों का सफर न केवल लम्बा बल्कि काफी परेशानी वाला भी हो गया था। इस कारण लोगों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जैसे ही ब्रिज का उद्घाटन हुआ देर रात इसके शुरू होने के साथ ही वाहनों ने रफ्तार पकड़ी। एक जगह जो कि लम्बे समय से बिल्कुल वीरान सी हो पड़ी थी, फिर से उसमें जान सी आ गई।
माझेरहाट ब्रिज यानी जय हिंद ब्रिज के गुरुवार को खुलने के बाद ही वाहन चालकों को काफी सहूलियत मिली है। शुक्रवार की सुबह से ही एक बार फिर से ब्रिज पर वाहनों ने आवागमन शुरू किया। इससे बस ड्राइवरों के साथ ही साथ आम यात्रियों को भी राहत मिली। इससे पहले ब्रिज के टूटे रहने के कारण ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को भी काफी मशक्कत करनी पड़ती थी। कई रूट डायवर्सन भी इस कारण करने पड़े थे। हालांकि अब अलीपुर से लेकर बेहला के लोगों को काफी राहत मिली है।
स्थानीय लोगों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं ब्रिज का खुलना
ब्रिज के आस-पास रहने वाले लोगों के लिए लम्बे समय बाद ब्रिज का खुलना किसी उत्सव से कम नहीं है। स्थानीय निवासी मोहन सोनकर ने कहा कि गुरुवार को ब्रिज के उद्घाटन के बाद से ही रातभर लोगों के सेल्फी का दौर चला। ब्रिज टूटने के बाद से ही हमें काफी दिक्कतें हुईं। अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नए साल के पहले ही लोगों को ब्रिज की सौगात देकर काफी सहूलियत हमें दी है।