
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : सोमेन मित्रा के निधन के बाद पश्चिम बंगाल में जल्दबाजी में अधीर रंजन चौधरी को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया। हालांकि वह लोकसभा के नेता होने के साथ ही सांसद भी हैं। ऐसे में उन पर काफी अधिक जिम्मेदारियां हैं और यही कारण है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रदेश कांग्रेस के लिए नये अध्यक्ष की तलाश कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के चेहरे की बात करें तो यहां अधीर के अलावा केवल दो नेता ही हैं, प्रदीप भट्टाचार्य और अब्दुल मन्नान। प्रदीप भट्टाचार्य की उम्र 76से अधिक हो गयी है और मन्नान भी अब 70 के होने वाले हैं। ऐसे में राहुल गांधी दूसरी पार्टी से भी नेता की तलाश में हैं। प्रदेश कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, बंगाल कांग्रेस के गढ़ मालदह में तृणमूल की सांसद मौसम बेनजीर नूर के साथ राहुल गांधी ने इसे लेकर बैठक की है। हालांकि इस मुलाकात को मौसम सौजन्यतामूलक कह रही हैं, लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोरों पर है कि राहुल गांधी अपनी पार्टी की पूर्व सैनिक को वापस पार्टी में लौटाना चाहते हैं। कांग्रेस में एक और महिला चेहरा हैं दीपा दासमुंशी, लेकिन कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को देखते हुए वह पार्टी की कमान नहीं संभालना चाह रही हैं। इसके अलावा जो कुछ अनुभवी नेता अब भी कांग्रेस की डूबती नैया में सवार हैं, वे पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रियरंजन दासमुंशी की पत्नी के आलोचक हैं। हाल में तमिलनाडू की सांसद चेल्ला कुमार को राज्य का पर्यवेक्षक बनाया गया, लेकिन अभी तक उन्होंने एक बार भी बंगाल का दौरा नहीं किया है। सूत्रों का कहना है कि नये चेहरे के तौर पर नेपाल महतो व शंकर मालाकार के नाम पर भी चर्चा की जा सकती है। अधीर भी नेपाल महतो के पक्ष में हैं, वहीं शंकर मालाकार दिल्ली नेताओं के पास दरबार लगा रहे हैं। हालांकि दोनों में से कोई हाईकमान का मन नहीं जीत पा रहे हैं क्योंकि हाईकमान किसी युवा नेता को ये जिम्मेदारी सौंपना चाहता है। अमिताभ चक्रवर्ती व शुभंकर सरकार के नामों की भी चर्चा है।