
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कलकत्ता विश्वविद्यालय (सीयू) की कुलपति सोनाली चक्रवर्ती बनर्जी ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा स्नातक स्तर पर सेमेस्टर परीक्षा प्रत्यक्ष तरीके से आयोजित कराने के सामूहिक फैसले के बाद उनके खिलाफ ‘अभद्र और महिला विरोधी’ संदेश और सोशल मीडिया पोस्ट प्रसारित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की अभद्र भाषा को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। संपर्क करने पर कुलपति ने मामले पर विस्तार से बताने से इनकार किया। हालांकि, विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि कुलपति को ‘एक संबद्ध कॉलेज के छात्र के संदेश का स्क्रीनशॉट भेजा गया था, जिसमें उसने अपने सभी दोस्तों और सहपाठियों को सीयू कॉलेज स्ट्रीट परिसर में जाकर संस्थान की संपत्तियों में तोड़फोड़ करने के लिए कहा क्योंकि अधिकारियों ने ऑनलाइन परीक्षा की उनकी मांग को नहीं माना।’ संबंधित कॉलेज के अधिकारियों ने कहा कि छात्र की ‘पहचान’ कर ली गई है और आंतरिक जांच पूरी होने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कई छात्रों ने 7 जून को कॉलेज स्ट्रीट पर विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर के बाहर प्रदर्शन किया था। छात्रों ने दावा किया था कि 6 महीने के सेमेस्टर के पाठ्यक्रम को पूरा करने और प्रत्यक्ष तरीके से परीक्षा आयोजित करने के लिए दो महीने की कक्षा की पढ़ाई पर्याप्त नहीं है।