कूचबिहार : सीएम तथा तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को कूचबिहार के रासमेला मैदान की जनसभा से कहा कि तृणमूल अब वटवृक्ष में तब्दील हो गयी है। अब यहां से एक-दो नेताओं के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। किसी का नाम लिये बगैर मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ नेताओं को आगामी चुनाव में टिकट मिलने या नहीं मिलने पर संशय बरकरार था और इस कारण पहले ही पार्टी से निकल गये। कुछ नेताओं को खुद को और अपने जमा धन को बचाने का भय सता रहा था और वे इस कारण विपक्षी पार्टी के जेल भेजने के दबाव और झांसे में आकर पार्टी छोड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सब बातों से कुछ नहीं होता। मैं ऐसे हालात में जेल जाना पसंद करूंगी लेकिन इन नेताओं की तरह पालाबदल की राजनीति कभी नहीं करूंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि तृणमूल का जन्म ही विपरीत परिस्थितियों में हुआ था। आप माकपा और वाममोर्चा के 34 के शासन को याद करें। आपको तृणमूल के जन्म का आधार मिल जायेगा।
दिल्ली से आ रहे हैं फोन
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हमारे प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी और बोलपुर के केष्टो (अणुव्रत मंडल) के पास भी दिल्ली (भाजपा-आरएसएस) से फोन आया था और फोन करने वाले उनके साथ बैठक करना चाह रहे थे। उन्होंने कहा कि जो पार्टी को मां की तरह समझते होंगे वे ऐसे फोन, दबाव और प्रलोभन से विचलित नहीं होंगे। पार्टी हित पर व्यक्तिगत स्वार्थ जब हावी हो जाता है तो लोगों का मार्ग पथभ्रष्ट हो जाता है और बंगाल के कुछ नेताओं के साथ यही हो रहा है, लेकिन जो संस्कारी हैं वे ऐसे फोन का बेहतर जवाब भी दे रहे हैं और चुनाव में भी बेहतर जवाब देंगे।