
गर्मी का तीखा तेवर बरकरार, गर्म हवाएं कर रहीं परेशान
30 अप्रैल तक कई जिलों में जारी रहेगा हीट वेव
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाताः गर्मी से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। बुधवार को राज्य में दो और लोगों की मौत गर्मी के कारण हो गई। पूर्व बर्दवान के कालना स्टेशन के पास एक तालाब में जलीय पौधों की सफाई करने के समय सनस्ट्रॉक से झुरन महाली की मौत हो गई। वह कालना रेलगेट से सटे मधुबन इलाके का रहने वाला था। बुधवार सुबह तालाब में जलीय पौधों की सफाई करते समय भीषण गर्मी से वह तालाब में ही गिर गया। यह देख उसके साथ काम कर रहे उसके साथियों ने उसे वहां से निकाला और कालना अनुमंडल अस्पताल ले गए,जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दूसरी तरफ उत्तर 24 परगना जिले में कार्यरत अवस्था में नैहाटी जूट मिल में वृंदाचरण दास (50) नामक मजदूर की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अत्यधिक गर्मी से दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हुई है। मौत से पहले सहकर्मियों को तेज गर्मी लगने की शिकायत वह कर रहा था, जिसके कुछ देर बाद ही सिर चकराने पर वह गिर पड़ा। मिल के अस्पताल में ले जाने पर डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
तापमान ने रफ्तार पकड़ना जारी रखा है। यही कारण है कि 40 और इसके आसपास ही अधिकतम तापमान अटका हुआ है। कई जिलों में अधिकतम तापमान बढ़कर 43 डिग्री तक पहुंच गया है। अत्यधिक गर्मी से लोग बेहाल होने लगे हैं। आलम यह है कि दोपहर के समय सड़कें सुनसान नजर आने लगी हैं। गर्मी के वर्तमान में जो संकेत मिल रहे हैं वह डराने वाले हैं। अलीपुर मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि दक्षिण बंगाल के विभिन्न जिलों में हीट वेव का असर जारी रहेगा। इनमें पुरुलिया, बांकुड़ा, पूर्व व पश्चिम बर्दवान, पश्चिम मिदनापुर, झाड़ग्राम व बीरभूम जिले शामिल हैं। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि 30 अप्रैल तक इन जिलों में हीट वेव का प्रभाव जारी रहेगा।
जिलों में तापमान 43 डिग्री पार
राज्य के विभिन्न जिलों में अधिकतम तापमान 43 डिग्री के पार चला गया है। इसमें बांकुड़ा, पुरुलिया, बर्दवान जिले शामिल हैं। दूसरी तरफ महानगर में बुधवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहा। एक तरफ जहां दक्षिण बंगाल के जिलों में हीट वेव का असर जारी है, दूसरी तरफ उत्तर बंगाल के जिलों में बारिश हो रही है।
संभावित प्रभाव हीट वेव वाले जिलों में
– उच्च तापमान
-गर्मी आम जनता के लिए सहनीय है, लेकिन कमजोर लोगों उदाहरण के तौर पर शिशु, बुजुर्ग, पुरानी बीमारियों वाले लोग, लंबे समय तक धूप में रहने वाले लोग
या भारी काम करने वाले लोग सतर्क रहें
-सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक हीट क्रैम्प, हीट रैश की संभावना
कार्रवाई का सुझाव
-लंबे समय तक गर्मी के संपर्क से बचें
-हल्के, ढीले, सूती कपड़े पहनें
-अपने सिर को ढकें: कपड़े, टोपी या छतरी का प्रयोग करें
-पर्याप्त पानी पिएं
-ओआरएस, घर का बना पेय जैसे लस्सी, नींबू पानी, छाछ आदि का प्रयोग करें
जो शरीर को फिर से हाइड्रेट करने में मदद करते हैं
-गर्भवती और चिकित्सा स्थिति वाले लोगों पर अतिरिक्त ध्यान दिया जाना चाहिए
– हीट स्ट्रोक, हीट रैश या हीट क्रैम्प जैसे कमजोरी के लक्षणों को पहचानें,
चक्कर आना, सिरदर्द, मतली, पसीना और दौरे
– यदि आप बेहोश या बीमार महसूस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर दिखाएं
क्षेत्र जहां हीट वेव का रहा असर
क्षेत्र-अधिकतम तापमान
बांकुड़ा-42.7
आसनसोल-43.5
पुरुलिया-43.1
मगरा-42
झाड़ग्राम-42.5
बहरमपुर-42
(नोट-तापमान डिग्री सेल्सियस में)