- कोविड मुकाबले के लिए नया ऑक्सीजन मैनेजमेंट सिस्टम राज्य में
- दो महीने के भीतर समस्त अस्पतालों में लगेगा पीएसए प्लांट
- हर किसी तक ऑक्सीजन पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता : मुख्य सचिव
- 210 वेंटिलेटर की व्यवस्था की गयी
- क्लब और कम्युनिटी हॉल बनेगा सेफ हाउस व ऑक्सीजन बूथ
- वैक्सीन की दूसरी डोज दिलाएगी सरकार
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कोरोना के कारण ऑक्सीजन को लेकर चल रही मारामारी को रोकने के लिए राज्य सरकार की ओर से तमाम संभव कोशिशे की जा रही है। इस बाबत सोमवार को नवान्न में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय समेत बाकी आला अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यसचिव ने बताया कि दो महीने के भी राज्य के समस्त सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में पीएसए प्लांट यानी प्रेशर स्विंग एडसोरप्शन प्लांट की व्यवस्था करने की योजना है। इसके साथ ही ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की भी व्यवस्था पर जोर दिया जाएगा। मुख्य सचिव ने बताया कि अलग-अलग धर्मों से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक की गयी है। उनकी तरफ से प्रस्ताव दिया गया है कि जहां भी क्लब या कम्युनिटी हॉल है उसे या तो सेफ हाउस में तब्दिल किया जाएगा अथवा वहां ऑक्सीजन बूथ बनेगा। ऐसा करके कोविड के मरीजों के इलाज में सहूलियत की जाएगी।
वैक्सीन की दूसरी डोज दिलाएगी सरकार
मुख्य सचिव ने कहा कि जिन लोगों ने वैक्सीन का पहला डोज ले लिया है और दूसरे डोज को लेकर मुश्किले आ रही है। उनके वैक्सिनेशन का जिम्मा अब सरकार पर होगा। इन लोगों में अगर किसी ने निजी अस्पताल में भी डोज लिया है, उन्हें भी सरकारी अस्पतालों में डोज देने की व्यवस्था की जाएगी।
210 वेंटिलेटर की व्यवस्था
मुख्य सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के पास 210 नये वेंटिलेटर है जिन्हें आवश्यकता को देखते हुए अस्पतालों को दिया जाएग। इसमें प्राथमिकता उन अस्पतालों को दी जाएगी जहां वेंटिलेटर की जरूरत अधिक होगी।
ऑक्सीजन की समस्या को देखते हुए राज्य सरकार ने इंडस्ट्रियल सिलेंडर को मेडिकल सिलेंडर में तब्दिल करना शुरु किया है। मुख्य सचिव ने बताया कि इस कड़ी में करीब 14 हजार ऐसे इंडस्ट्रियल सिलेंडर को मेडिकल सिलेंडर में बदलने का काम जल्द होगा। साथ ही अगले कुछ दिनों में 6 हजार और मेडिकल सिलेंडर की व्यवस्था भी की जाएगी।