निष्पक्ष जांच के लिए नदिया से इसका स्थानांतरण जरूरी
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : हांसखाली गैंग रेप मामले में सीबीआई की तरफ से हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव और जस्टिस राजर्षि भारद्वाज के डिविजन बेंच में सोमवार को जांच में प्रगति रिपोर्ट पेश की गई। इसके साथ ही अपील की गई है कि इस मामले का ट्रायल नदिया से कोलकाता में स्थानिंतरित किया जाए।
एडवोकेट अमृता पांडे ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पांच अप्रैल को अनुसूचित जाति की एक 14 वर्षीया बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था। इसका मुख्य अभियुक्त तृणमूल कांग्रेस के एक पंचायत सदस्य का बेटा और उसके साथी हैं। डिविजन बेंच ने सीबीआई की तरफ से पेश रिपोर्ट पर गौर किया। डीफैक्टो कंप्लेनेंट की तरफ से रिपोर्ट की कापी मांगे जाने पर एडवोकेट बिल्लादल भट्टाचार्या ने इसका विरोध करते हुए कहा कि चार्जशीट जमा नहीं किए जाने तक रिपोर्ट की कापी नहीं दी जा सकती है। इसमें यह भी बताया गया है कि जांच के सिलसिले में अभी तक क्या कार्रवाई की गई है। यहां गौरतलब है कि इस बच्ची का निधन हो गया था। इस मामले में पिटिशनर की तरफ से बहस करते हुए एडवोकेट फिरोज इदुलजी ने कहा कि निष्पक्ष जांच के लिए इस मामले का ट्रायल नदिया से कोलकाता स्थानांतरित किया जाए। इसके जवाब में चीफ जस्टिस ने सवाल किया कि अभी या चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद तो एडवोकेट इदुलजी ने कहा कि अभी किया जाए। चीफ जस्टिस ने कहा कि इस बाबत तथ्य पेश करें, फिर इस पर विचार करेंगे। इस मामले की सुनवायी के दौरान भाजपा की फैक्ट फाइंडिंग टीम का मुद्दा भी सामने आया। एक एडवोकेट ने आरोप लगाया कि इसमें पीड़िता की पहचान उजागर कर दी गई है। बेंच ने उन्हें पिटिशन दायर करने का आदेश दिया।
हांसखाली : मामले का ट्रायल कोलकाता में किए जाने की अपील
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