कोलकाता : महानगर में डलहौजी इलाके के बेंटिक स्ट्रीट मेें बुधवार की दोपहर अचानक एक कमर्शियल बिल्डिंग से नोटों की बारिश होने लगी। दरअसल, हुआ यूं कि यहां डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) के अधिकारी छापामारी (रेड) करने पहुंचे थे। इस दौरान अचानक इसी बिल्डिंग के छठवें तल्ले से नोटों की बारिश होने लगी। इस अदभूत नजारे को देख वहां के लोग पहले तो दंग रह गए, फिर तुरंत ही उसे लूटने के लिए उनमें होड़ सी मच गयी। ऐसा होना जायज था क्योंकि इन नोटों की बारिश में 2000 और 500 के नोट मुफ्त में मिल रहे थे।
मौके पर देर से पहुंची पुलिस
यह वाकया बुधवार अपराह्न लगभग 2.40 बजे से 3.10 बजे के बीच का है। वहीं इस घटना की जानकारी पुलिस को मिलने के बाद वह तुरंत मौके पर पहुंची लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी, क्योंकि उस वक्त तक उस रास्ते से गुजर रहे लोग नोट लुट कर नौ दो ग्यारह हो गये थे। पुलिस उन लोगों का पता लगा रही है, जिन लोगों ने रुपये लुटे। साथ ही एम के प्वाइंट नामक बिल्डिंग के सिक्यूरिटी गार्ड से पूछताछ की जा रही है।
इमारत में मिले कुछ नोटों के बंडल
कोलकाता पुलिस सूत्रों के अनुसार, अब तक 3.74 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। कुछ नोट एवं नोटों के बंडल बिल्डिंग के कोने पर ही रखे थे। बताया जा रहा है कि उस समय इमारत की एक कार्यालय की खिड़की से नोटों को नीचे फेंका गया था। कुछ नोट बंडल में नीचे गिरे तो कुछ खुल कर हावा में लहराते हुए जमीन पर बिखर गये।
गलतफहमी में फेंके गए रुपए
डीआरआई अधिकारी ने ये कहा, उक्त इमारत के एक कार्यालय में आयात-निर्यात से संबंधित एक कंपनी के दस्तावेजों की जांच के लिए डीआरआई की टीम पहुंची थी। यह नोट किसने और क्यों और फेंके यह जांच का विषय है। वहीं डीआरआई का मामला करोड़ों का होता है, इसलिए लाखों रुपए क्यों फेंके गए, यह भी एक सवाल है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, आशंका जाताई जा रही है कि उक्त कार्यालय के मालिक को लगा कि आयकर का रेड पड़ा है, इस कारण बचने के लिए उसने बीना हिसाब वाले रुपयों को नीचे फिकवा दिये।