डीआरआई ने सोने को विदेशी बताया जबकि बचाव पक्ष ने इसे देशी करार दिया
अदालत ने दोनों आरोपियों को जमानत पर किया रिहा
सिलीगुड़ी : केन्द्रीय राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की टीम ने न्यूजलपाईगुुड़ी रेलवे स्टेशन पर हावड़ागामी सरायघाट एक्सप्रेस में छापेमारी कर 2 किलोग्राम सोना जब्त कर लिया। इसके साथ ही डीआरआई की टीम ने दो लोगों गंगारामपुर के मदन सन्यासी और पार्थ सन्यासी को गिरफ्तार कर लिया। दोनों तस्कर कमर में बेल्ट के अंदर अलग चेंबर बनाकर इसे रखे थे लेकिन डीआरआई की टीम ने पुख्ता सूचना के आधार पर उनके सामानों के साथ साथ उनके शरीर की तलाशी ली और बेल्ट में छिपाकर रखा गया सोना जब्त कर लिया। जब्त सोने की अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपये आकी गयी।
डीआरआई सूत्रों ने बताया कि म्यांमार सीमांत से 1.66 ग्राम सोने के 12 बार को असम के गुुवाहाटी लाया गया था। इसके बाद ही सरायघाट ट्रेन के माध्यम से इसे वाया न्यूजलपाईगुड़ी मालदह ले जाने की योजना थी। मालदह में सोना किसी अन्य को सौंपा जाना था। डीआरआई के अधिकारियों ने दावा किया कि इसे म्यांमार से ही यहां लाया गया था। इसे यहां लाने का कोई वैध कागजात नहीं पाया गया।
बताया जाता है कि गुरुवार शाम 7 बजे से ही डीआरआई की टीम न्यूजलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन पर मौजूद थी। सरायघाट ट्रेन साढ़े सात बजे स्टेशन में जैसे ही प्रवेश की डीआरआई के अधिकारियों ने ट्रेन के बर्थ संख्या एस 4-69 एस 5-36 में अभियान चलाकर उन दोनों को पकड़ लिया। दोनों ने कमर के बेल्ट में खास किस्म के चेंबर से डीआरआई ने 6-6 की संख्या में 12 सोने के बिस्क्टि जब्त किये। शुक्रवार को दोनों को डीआरआई ने सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश किया।
वही बचाव पक्ष के वकील अखिल विश्वास ने डीआरआई के दावे को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि सोना में कहीं भी विदेशी मार्किंग नहीं है। उन्होंने बताया कि विदेशी सोने की शुद्धता 999 होती है। मगर उन दोनों के पास जब्त सोने की शुद्धता 995 है। इससे साबित होता है कि जब्त सोना भारतीय है। उन्होंने कहा कि कई शर्तों के आधार पर उन दोनों को शुक्रवार को ही जमानत पर रिहा कर दिया गया है।
हावड़ागामी सरायघाट एक्सप्रेस से 1 करोड़ का सोना जब्त, 2 गिरफ्तार
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