
दान पाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने की बाट जोह रहे हैं
सन्मार्ग संवाददाता
दक्षिण 24 परगना : महामारी कोरोना वायरस की चपेट से विश्व का कोई कोना अछुता नहीं रह पाया है। लाखों लोगों महामारी की चपेट में आकर भारी क्षतिग्रस्त से प्रभावित हो चुके है। दूसरी तरफ कोराेना के दूसरे स्ट्रेन को लेकर लोगों के बीच एक भय सा वातावरण भी बनी हुई है। इस बीच जिला प्रशासन की ओर से गंगासागर मेला में कोविड-19 के प्रोटोकाल के तहत ही मेला के आयोजन जिला प्रशासन की ओर से की जोर शोर से की जा रही है। इस बीच सन्मार्ग की टीम ने गंगासागर मेला परिसर में पहुंच सन्यासियों से बातचीत कर उन्हें दान के रूप में मिलने वाले आय के श्रोत के बारे में जानकारी ली।
मंदिर के सामने करीब 15 वर्षों से सन्यासी के रूप में रहने वाले बुजुर्ग सुरेन शील ने बताया प्रतिवर्ष जनवरी महीने से ही कपिल मुनि भगवान के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालुओं को रेला लगना शुरू हो जाता था। मगर इस बीच कोरोना के चलते भीड़ कम होने से चिंतित है। रोज़ाना 5-6 सौ रुपए दान के रूप में मिल जाते थे। कोरोना के कारण पुण्यार्थियों की कमी होने से दान में भी कमी आ रही है। सन्यासी गोपाल गोस्वामी ने कहा कि पिछले 30 सालों में भी ऐसी परिस्थियों का सामना नहीं किये थे। सन्यासी नवद्वीप शाहा ने बताया कि पुण्यार्थियों के कमी से हमें दान भी कम मिलने की उम्मीद जाहिर की।