
60 लाख रुपए ठगी का मामला
पुलिस मामले में शामिल अन्य अभियुक्तों की तलाश में जुटी
सन्मार्ग संवाददाता
दक्षिण 24 परगना : गोर्वधनपुर कोस्टल थाने की पुलिस ने प्राथमिक शिक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर 60 लाख रुपए की ठगी करने के आरोप में एक महिला वकील को गिरफ्तार किया है। महिला का नाम रियंका चक्रवर्ती (32) है, जो कोलकाता के हरिदेवपुर की रहने वाली है। सुंदरवन पुलिस जिला के एसपी वैभव तिवारी ने बताया कि पाथेरप्रतिमा गोर्वधनपुर कोस्टल थानांतर्गत दक्षिण सुुरेंद्ररगंज निवासी रवीन्द्रनाथ मंडल ने गोवर्धनपुर थाने में 8 सितम्बर 2019 को प्राथमिक शिक्षक की नौकरी में खुद को ठगा महसूस कर एक शिकायत दर्ज करवायी। एसपी के अनुसार व्यक्ति ने अपनी लिखित शिकायत में उल्लेख किया है कि उसने अपनी पत्नी और पुत्र को प्राथमिक शिक्षक की नौकरी के लिए पाथेरप्रतिमा उत्तर सीतारामपुर के रहने वाले आशिष मन्ना को 6-7 वर्ष पहले 11 लाख रुपए दिये। इस बाबत अभियुक्त ने 2 नियुक्ति पत्र दिये। इसके बाद निर्धारित स्कूल में नौकरी ज्वाइनिंग के लिए जाने पर नियुक्तिपत्र फर्जी पाया गया। पुलिस ने घटना की जांच करने के बाद आशिष मन्ना को गिरफ्तार किया। पुलिस द्वारा अभियुक्त से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। इसके बाद आशिष ने इस गिरोह की मुख्य अभियुक्त कोलकाता हाई कोर्ट में जूनियर वकील के रूप में प्रैक्टिस करने वाली रियंका चक्रवर्ती की जानकारी दी। घटना के बाद महिला काफी दिनों से फरार चल रही थी। इसके बाद बाद सुंदरवन पुलिस जिला और कोलकाता पुलिस के सहयोग से हरिदेवपुर में अभियान चलाकर वकील रियंका चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया गया। रियंका को काकद्वीप एसीजेएम अदालत में पेश करने पर न्यायाधीश ने अभियुक्त की जमानत याचिका खारीज कर 2 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश दिये। सुंदरवन पुलिस सूत्रों के मुताबिक रियंका और उनके गिराेह ने विभिन्न इलाकों में करीब सैकड़ाें युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर 60 लाख रुपए ठगे हैं। पुलिस महिला से पूछताछ कर घटना की जांच में जुट गयी है।