
घटना को लेकर आरामबाग में हो रही चर्चा
हुगली : आधुनिक समाज में इस बात को जोर-शोर से प्रचार किया जाता है कि बेटा-बेटी दोनों एक समान हैं लेकिन जमीनी स्तर पर वास्तविकता और हकीकत आधुनिक समाज की सोच से काफी अलग है। इस हकीकत हो उजागर करती एक घटना हुगली के आरामबाद में सामने आयी है जहां एक पिता ने गरीबी में लगातार दो कन्या संतानों के जन्म होने से दुःखी होकर फांसी लगा ली। मृतक का नाम नवकुमार दलुई है। वह आरामबाग के माधवपुर इलाके का रहने वाला था। मजदूरी करके वह किसी तरह अपने परिवार का पेट पालता था। उसे पहले ही एक बेटी थी मगर पुनः उसकी पत्नी ने एक बेटी को जन्म दिया है जिसे लेकर काफी मायूस हो चुका था। उसे इस बात की चिंता सता रही थी कि किस तरह से बेटी को पाल पोसकर वह बड़ा करेगा। उसकी पढ़ाई-लिखाई और ब्याह का खर्चा कैसे उठा पायेगा। इसको लेकर ही वह मानसिक तनाव से गुजर रहा था। इस बीच ही शनिवार को उसका फंदे से झूलता शव बरामद किया गया। इस घटना को लेकर इलाके में शोक का माहौल है और लोगों में इस घटना को लेकर चर्चा मची है।