- कहीं हाई प्रोफाइल सीटें तो कहीं आन-बान-शान की लड़ाई
- मंत्रियों के बेटे से लेकर राजनीतिक घराने से जुड़े कई उम्मीदवार
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कोलकाता नगर निगम के चुनावी समर के बाद आज रिजल्ट आयेगा। यहां के 144 वार्डों में से ऐसे कई वार्ड हैं जिनके दिलचस्प परिणाम आने की पूरी संभावना है। उन सीटों पर पूरे कोलकाता की निगाहें टिकी हुई हैं। इनमें से कई हाई प्रोफाइल सीटें हैं तो कई सीटों पर आन-बान-शान की लड़ाई है। आज नतीजे कैसे होंगे और किसकी होगी जीत, इसका सभी को बेसब्री से इंतजार है। बता दें कि इस बार कई मंत्री, सांसद की पत्नी व राजनीतिक घराने से गहरा रिश्ता रखने वालों की किस्मत का फैसला आयेगा।
इन वार्डों के रिजल्ट पर टिकी हैं निगाहें
वार्ड नम्बर 2,8, 22, 23, 25, 42,45,72,75,86,91,131 सहित अन्य शामिल हैं।
कौन – कौन सी सीटें हैं दिलचस्प
वार्ड नम्बर 2 से सांसद डॉ. शांतनु सेन की पत्नी डॉ. कॉकुली सेन चुनाव के मैदान में हैं। इस बार चुनाव में कई मंत्री व जनप्रतिनिधि के बेटा – बेटी भी पहली बार चुनाव के मैदान में उतरे हैं। मंत्री शशि पांजा की बेटी पूजा पांजा वार्ड नम्बर 8 से चुनाव लड़ी हैं। वार्ड नम्बर 22, 23, 42, 86 में तृणमूल ने अपनी ताकत झोंक दी है। इन सीटों पर भाजपा का कब्जा रहा है। ऐसे में इस बार इन सीटों पर क्या परिणाम होंगे, यह हर कोई जानना चाहता है। बता दें कि वार्ड नम्बर 86 में मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य के बेटे सौरभ बसु चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं वार्ड नम्बर 45 पर सभी की निगाहें टिकी हैं। यह वार्ड कांग्रेस का रहा है। आज यहां क्या परिणाम आता है, यह न केवल इस वार्ड की जनता बल्कि अन्य वार्ड के लोगों में भी जानने की उत्सुकता है। वार्ड 72 में पूर्व चेयरमैन तथा पूर्व तृणमूल नेता सच्चिदानंद बनर्जी निर्दलीय चुनाव लड़े हैं, हालांकि इस वार्ड से तृणमूल उम्मीदवार संदीप रंजन बख्शी को पूरा भरोसा है कि उनकी जीत निश्चित है। वार्ड नम्बर 68 में चुनावी मुकाबला दिलचस्प देखा गया। इस सीट पर दिवंगत मंत्री सुब्रत मुखर्जी की बहन तनिमा चटर्जी चुनाव लड़ी हैं। तृणमूल से सुर्दशना मुखर्जी उम्मीदवार हैं। तनिमा का कहना है कि वे अपने भाई सुब्रत मुखर्जी के सपने को पूरा करने के लिए चुनाव लड़ी हैं। ऐसे में जनता ने किसे चुना है, आज इस फैसले पर सभी की निगाहें हैं। वार्ड नम्बर 73 में इस बार तृणमूल कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बदला है। यहां से सीएम ममता बनर्जी की भाभी काजरी बनर्जी चुनावी मैदान में हैं। काजरी बनर्जी अपनी जीत पर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। बहरहाल, यहां की मार्जिन को लेकर दिलचस्पी अधिक है। वार्ड नम्बर 91 को माकपा का गढ़ माना जाता रहा है। इस बार भी माकपा ने ताकत झोंकी, हालांकि तृणमूल ने पूरा दम लगा दिया। यहां से तृणमूल के वरिष्ठ नेता व पूर्व एमएमआईसी वैश्वानर चट्टोपाध्याय ने प्रचार में खूब पसीना बहाया। ऐसे में वार्ड के लोगों ने किसे अपना आशीर्वाद दिया, आज यह सभी के सामने आ जायेगा।