
कोलकाताः तृणमूल के कुछ नेताओं में चल रही खींचतान के बीच पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी को सामने आना पड़ा था और उन्होंने पार्टी नेताओं को एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करने से सतर्क किया था, लेकिन इसका कोई अधिक लाभ नहीं हुआ। इसके बाद भी पार्टी के कुछ स्थानीय व बड़े नेता सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के खिलाफ कीचड़ उछालते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे में पार्थ चटर्जी ने शनिवार की शाम संवाददाता सम्मेलन करते हुए ऐसे नेताओं को सतर्क किया। उन्होंने कहा, ‘कार्यकर्ताओं-नेताओं के खिलाफ जिस प्रकार पब्लिक फोरम में एक के बाद एक बयान दिये जा रहे हैं, उससे पार्टी की छवि धूमिल हो रही है। किसी की कोई बात या शिकायत रहने पर पार्टी के अंदर कहें।’ अब पार्थ चटर्जी द्वारा अनुशासन रक्षा कमेटी के बारे में कहने के बाद विधायक मदन मित्र विस्फोटक हो गयें हैं। उन्होंने नाम लिये बगैर पार्थ के इस बात पर तंज कसते हुये कहा कि ये तो बता दिया जाये की अनुशासन रक्षा कमेटी के सदस्य कहां मिलेंगे और इन तक अपनी बातें हम कैसे पहुंचा सकेंगे।