
2016 के चुनाव की तुलना में 30 % बाजार में गिरावट
काम में तेजी पर बाजार में उछाल की राह देख रहे हैं कलाकार
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्य में 27 मार्च से विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और यहां का चुनावी माहौल गरम है। हर पार्टियां जोर – शोर से प्रचार में उतर चुकी हैं। महानगर समेत राज्य के लगभग सभी जिलों में जोरदार प्रचार चल रहा है मगर चुनावी सामग्री का बाजार अभी भी मंदा है और इससे जुड़े कलाकार बाजार में उछाल आने का इंतजार कर रहे हैं। 2016 के विधानसभा चुनाव की तुलना में 2021 में चुनाव संबंधी सामग्रियों की बिक्री में अभी तक 30 % की गिरावट देखी जा रही है। उल्लेखनीय है कि उत्तर कोलकाता स्थित गिरीश पार्क के निकट डोमपाड़ा में भारी संख्या में चुनाव से संबंधित सामग्रियों को तैयार किया जाता है, जहां से न केवल कोलकाता बल्कि आसपास के जिलों से भी राजनीतिक पार्टियों द्वारा आर्डर दिये जाते हैं।
‘ऐसा बाजार पहले कभी नहीं देखा’
कई लोकसभा, विधानसभा चुनावों में चुनावी सामग्रियों का बाजार देख चुके कलाकार दिलीप का कहना है कि खेला तो केवल राजनीतिक पार्टियों में ही हो रहा है, हमारा बाजार तो अभी भी मंदा है। उन्होंने बताया कि 2016 के चुनाव में उसने करीब 1 लाख तक झंडे के लिए डंडे तैयार किये थे मगर इस बार ताे अभी तक मात्र 50 ही उसने तैयार किये हैं। उम्मीद है कि चुनाव की तारीख नजदीक आने पर शायद बाजार में उछाल आये।
‘सोशल मीडिया व लॉकडाउन ने डाला असर’
अन्य कलाकार राजीव व राज का कहना है कि पार्टियां सोशल मीडिया और लिफलेट के जरिये जोर-शोर से प्रचार कर रही हैं, शायद यह भी एक वजह है बाजार के मंदा होने का। वहीं लॉकडाउन का भी असर पड़ा है। एक अन्य कलाकार ने बताया कि लोकसभा चुनाव में पार्टियों की तरफ से काफी काम मिला था मगर अभी प्रतीक का काम ज्यादा नहीं होता है। निर्वाचन आयोग ने भी पार्टियों के खर्च पर शिकंजा कसा है। ऐसे में हमलोगों का काम कम हो गया है।