कोयला तस्करी मामले में रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से सीबीआई ने की घंटों पूछताछ
कोलकाता : ईस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के सतर्कता दल ने शिल्पांचल की खदानों से 500 टन कोयला चोरी के मामले का पता लगाया था और स्थानीय अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी। यह खुलासा ईसीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने किया है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई जांच में जब परत दर परत मामला खुल रहा है तो सारी सच्चाई सामने आ रही है। सीबीआई अधिकारियों ने आसनसोल में नियुक्त वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक शांतनु चक्रवर्ती समेत रेलवे के 3 अधिकारियों से बृहस्पतिवार को पूछताछ की। करोड़ों रुपये के कोयला चोरी का घोटाला सार्वजनिक क्षेत्र कंपनी के राज्य के कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाके में खदानों से जुड़ा है। अधिकारियों ने बताया कि रेलवे से इस कोयले की ढुलाई होने वाली थी। यह कोयला आसनसोल में रेलवे की जमीन पर मिला था। मामले में सीबीआई ने बुधवार को एक कारोबारी से पूछताछ की थी।
स्थानीय थानों में की गयी थी एफआईआर
अधिकारियों ने बताया कि संदिग्धों और ईसीएल के अधिकारियों से पूछताछ के दौरान पता चला कि कंपनी के सतर्कता दल ने खदान से 500 टन कोयला चोरी के प्रयास की जानकारी स्थानीय अधिकारियों को दी थी लेकिन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। सीबीआई ने कोयला चोरी के गिरोह के कथित सरगना अनूप माझी उर्फ लाला, ईसीएल के महाप्रबंधक अमित कुमार धर और जयेश चंद्र राय, ईसीएल के सुरक्षा प्रमुख तन्मय दास, कुनुस्तोरिया इलाके के सुरक्षा निरीक्षक धनंजय राय और कजोरा इलाके के सुरक्षा प्रभारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। सीबीआई की टीम ने इस मामले में उनसे काफी जानकारियां इकट्ठी कर ली हैं।
ईसीएल ने 500 टन कोयला चोरी का पता लगाया था लेकिन कार्रवाई नहीं हुई
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