
हरिदेवपुर अवैध हथियार मामले में 4 गिरफ्तार
अभियुक्तों में ऑटो फाइनेंस कंपनी का मालिक भी शामिल
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : हरिदेवपुर के 41 पल्ली क्लब के निकट ऑटो में बम और अवैध हथियार रखने की गुत्थी को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सुलझा ली। पुलिस ने मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों के नाम स्वपन मित्रा, भैरव बोस, अजीत दास और बबलू दोलुई उर्फ सोनू हैं। रविवार को अभियुक्तों को अदालत में पेश करने पर उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस के अनुसार प्राथमिक जांच में पता चला ऑटो फाइनेंस के व्यवसाय से जुड़े भैरव बोस और स्वपन मित्रा ने अपने प्रतिद्वंदी को बदनाम करने के लिए उसके ऑफिस के निकट बम और अवैध हथियार रखवाया था।
क्या है पूरा मामला
पुलिस के अनुसार शनिवार को 41 पल्ली क्लब के निकट ऑटो से बम और अवैध हथियार मिलने के बाद पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला। सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस ने बाइक सवार दो लोगों को चिन्हित कर उन्हें पकड़ा। पुलिस ने पाया कि उक्त बाइक स्वपन मित्रा का है और उस रात उसके साथ बबलू दोलुई है। इसके बाद पुलिस ने स्वपन और बबलू को गिरफ्तार किया। उन दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने भैरव बोस और अजीत दास को भी गिरफ्तार किया था। अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि भैरव और स्वपन इलाके में ऑटो फाइनेंस का व्यवसाय करते हैं। उनके अलावा इलाके में विश्वजीत विश्वास नामक व्यक्ति भी ऑटो फाइनेंस का व्यवसाय करता है। बीते कुछ महीने से विश्वजीत का व्यवसाय अच्छा चल रहा था और इन दोनों का व्यवसाय खराब चल रहा था। ऐसे में एक दिन स्वपन और भैरव ने विश्वजीत को बदनाम करने के लिए उसके ऑफिस के निकट बम और अवैध हथियार रखने की योजना बनायी । योजना के तहत भैरव ने स्वपन को काम पूरा करने के लिए रुपये दिए। इसके बाद स्वपन ने बम बनाने के लिए अजीत दास से संपर्क किया। अजीत दास देशी बम बनाने में एक्सपर्ट है। स्वपन ने रुपये देकर अजीत से बम बनवाए और फिर एक सिंगल शटर बंदूक भी उससे खरीदा था। इसके बाद19 अप्रैल की देर रात को बम और अवैध हथियार को एक प्लास्टिक बैग में भरकर स्वपन अपनी बाइक पर बबलू को लेकर 41 पल्ली क्लब के पास पहुंचा और बम से भरे बैग को ऑटो में रखकर चला आया। पुलिस के अनुसार विश्वजीत विश्वास की फाइनेंस कंपनी को बदनाम करने के लिए ही अभियुक्तों ने प्लानिंग के तहत घटना को अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस अभियुक्तों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।