कोलकाता : दिल्ली से कोलकाता के बीच मंगलवार को राज्य सरकार द्वारा अनुमति मिलने के बाद भी उड़ान परिसेवाएं स्वाभाविक नहीं हुई। मंगलवार को यात्रियों की बुकिंग इतनी नहीं हुई कि कोई भी एयरलाइंस कोलकाता व दिल्ली के बीच उड़ान परिसेवाओं को संचालित कर सके। एयरलाइंस सूत्रों के मुताबिक यात्रियों को जैसे-जैसे इस बारे में पता चल रहा है, लोग बुकिंग करवा रहे हैं। दोनों गंतव्यों के बीच उड़ान परिसेवाएं सामान्य होने में कम से कम 2 से 3 दिन का समय लग जाएगा। वहीं बागडोगरा से अभी तक दिल्ली के लिए आंशिक प्रतिबंध नहीं हटाने को लेकर बागडोगरा निवासी इसे पक्षपात मान रहे हैं। बागडोगरा एयरपोर्ट प्रबंधन ने इस बारे में राज्य सरकार को इस बारे में चिट्ठी लिखी है। जब 6 शहरों से उड़ानों के आगमन पर रोक लगायी गयी थी तब कोलकाता एयरपोर्ट व बागडोगरा एयरपोर्ट पर एक साथ इसे लागू किया गया था। अब जब आंशिक प्रतिबंध दिल्ली से कोलकाता आने वाली उड़ानों से हटाया गया, उस वक्त राज्य सरकार बागडोगरा एयरपोर्ट को भूल गयी। इसे लेकर बागडोगरा वासी नाखुश है।
आंशिक प्रतिबंधित शहरों के साथ है सबसे अधिक उड़ानें
बागडोगरा एयरपोर्ट अधिकारी के मुताबिक फिलहाल दिल्ली व बागडोगरा के बीच एक दिन में 9 उड़ानों का संचालन होता है। यानी कि सप्ताह में आंशिक प्रतिबंध के कारण 3 दिनों में 27 उड़ानों का संचालन होता है।वहीं अगर यह प्रतिदिन संचालित हो तो सप्ताह में 63 या उससे अधिक उड़ानों का संचालन दिल्ली के लिए किया जा सकेगा। वहीं एयरपोर्ट पर जिस दिन आंशिक प्रतिबंध नहीं रहती, उन दिनों में 30 से 32 उड़ानों का संचालन किया जाता है। इनमें से 12 से 14 उड़ानें इन प्रतिबंधित शहरों के लिए संचालित होती है। ऐसे में यहां के रहने वाले लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों के मुताबिक अगर एक साथ कोलकाता व बागडोगरा एयरपोर्ट पर प्रतिबंध लगाया गया था तो एक ही साथ इन्हें हटाना चाहिए था। कोलकाता से हटा दिया गया और बागडोगरा एयरपोर्ट से इसे हटाना राज्य सरकार भूल गयी। इस बारे में जल्द ही एक चिट्ठी भेजी जाएगी।
दार्जिलिंग और डुअर्स के ट्रैवल एजेंटों और होटल मालिकों ने भी रखी मांग
साथ ही दार्जिलिंग और डुअर्स के ट्रैवल एजेंटों और होटल मालिकों ने भी राज्य सरकार से दिल्ली व बागडोगरा बीच उड़ानों पर लगाए गये आंशिक प्रतिबंध को वापस लेने का आग्रह किया है। इनका कहना है कि दिल्ली से काफी संख्या में पर्यटक दार्जिलिंग आते हैं और ये बागडोगरा एयरपोर्ट से ही होकर आते हैं। सिलीगुड़ी स्थित एक प्रमुख टूर ऑपरेटर ने बताया कि यह व्यवसाय का अच्छा अवसर है। ठंड के मौसम में पर्यटक यहां आते हैं, अगर यह प्रतिबंध नहीं हटाया गया तो हमें काफी नुकसान हो जाएगा। होटल मालिकों के मुताबिक इस साल पयर्टन क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। साल के अंतिम दिनों में यह एक अवसर है जहां पर हम थोड़े पैसे कमा सकते हैं। अगर प्रतिबंध जारी रहा तो इसका व्यवसाय पर बुरा असर पड़ेगा।