कोलकाताः ‘बच्चे भविष्य के निर्माता हैं। हर बच्चा प्रतिभाशाली होता है। पढ़ाई के साथ कलात्मक खूबियों से बच्चों के व्यक्तित्व में निखार आता है। बच्चों को पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इसके लिए उन्हें मेहनत और लक्ष्य को साधने की जरूरत है। देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में आयकर विभाग का विशेष योगदान है। आयकर दाताओं का सही समय पर कर अदा करना देशभक्ति के समान है। करदाताओं से प्राप्त राजस्व देश के निर्माण में सहायक सिद्ध होता है।’ तेजिंदर पाल सिंह,आयकर आयुक्त (छूट) ने यह बात कही।
आजादी के अमृत महोत्सव की कड़ी में बाल श्रम को खत्म करने के सप्ताह के रूप में आयकर विभाग (छूट) और सिनी संस्था द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
सिनी के तत्वावधान में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने शानदार प्रस्तुति देते हुए देशभक्ति की भावना से सबको ओत प्रोत कर दिया। बच्चों ने नृत्य और संगीत के अलावा एक नाटक प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि के तौर पर आयकर आयुक्त तेजिंदर पाल सिंह ने अपने अभिभाषण में देश की प्रगति में आयकर विभाग के योगदान का उल्लेख किया। इस मौके पर अपर आयकर आयुक्त देबाशीष बनर्जी, ज्वायंट कमिश्नर बी.एस.आनन्द, डिप्टी कमिश्नर सी.बी. मंडल, उप आयकर आयुक्त गौरांग चंद्र दास, आयकर अधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव और आयकर अधिकारी चुन्ना कांत पाठक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सिनी की को-ऑर्डिनेटर पारोमिता ने किया।
बाल श्रम को खत्म करने के अभियान के अन्तर्गत एक नाटक की प्रस्तुति कर बच्चों ने संदेश दिया कि भविष्य में बच्चे आगे बढ़ सकें, इसके लिए उन मासूमों की जिम्मेदारी समाज को लेनी चाहिए। सिनी के नेशनल एडवोकेसी ऑफिसर सुजय रॉय ने बताया कि उनकी संस्था गरीब बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधाएं दिलाने के लिए काम कर रही है। सरकार और प्रशासन के अधिकारियों से मिलकर वह गरीब बच्चों की समस्याओं से अवगत कराते हैं। वह गरीब बच्चों की जिंदगी बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सिनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी शांतनु रॉय और सिनी की प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर देबप्रिया भट्टाचार्य विशेष रूप से सक्रिय रहीं।
पढ़ाई के साथ कलात्मक खूबियों से निखरते हैं बच्चे – कमिश्नर
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