कोलकाता : एक तो कोरोना महामारी उस पर रवींद्र सरोवर में छठ पूजा पर लगी पाबंदी को लेकर कोर्ट में चल रहे मामले को देखते हुए केएमडीए की ओर से दक्षिण कोलकाता के अलग-अलग 17 जगहों पर 44 छठ घाटों की व्यवस्था की जा रही है। उनमें से 3 घाट पक्के हैं। बाकी अस्थायी घाट हैं जिन्हें सिर्फ छठ पूजा के लिए तैयार किया जा रहा है। केएमडीए के विभागीय अधिकारी ने बताया कि रवींद्र सरोवर में पूजा होगी कि नहीं यह तो कोर्ट का निर्देश आने के बाद ही पता चल पाएगा। ऐसी स्थिति में छठव्रतियों को कहीं कोई परेशानी ना हो उसे देखते हुए ही पिछली साल की तरह विभिन्न घाटों की व्यवस्था की जा रही है।
व्यवस्था ऐसी मानों गंगा घाट पर ही कर रहे हो पूजा
केएमडीए के अधिकारी ने बताया कि सभी घाटों को गंगाघाट के तर्ज पर ही सजाया जा रहा है। हमारा मकसद है कि लोगों के मन में एक बार भी ऐसा न लगे कि वह कृत्रिम घाट पर पूजा कर रहे हैं। हमारी व्यवस्था ऐसी होगी कि उन्हें गंगा के घाट जैसा ही अनुभव होगा। अधिकारी के अनुसार हर साल आस्था के महापर्व छठ को लेकर खास तैयारी की जाती है जिसमें इस बार भी किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। लाइट से लेकर साइनेज तक की यहां व्यवस्था होगी। घाटों में सुरक्षाकर्मियों से लेकर छठव्रतियों की हर संभव समस्या का समाधान करने के उपाय होंगे।
पूजा के साथ प्रदूषण पर रोकथाम की भी होगी कोशिश
इस बारे में केएमडीए के अधिकारी ने बताया कि पिछले साल पीसीबी के साथ मिलकर इस बात का पूरा ध्यान रखा गया था कि इन तालाबों में भी प्रदूषण न फैलें। इसलिए इस बार भी इस बात की ओर पूरा ध्यान रहेगा। अगर पूजा सामग्री पानी में डाली भी जाती है तो तुरंत उसकी सफाई का बंदोबस्त किया जाएगा।
पाबंदी के बावजूद 25 हजार छठव्रती आये थे सरोवर
केएमडीए अधिकारी ने बताया कि पिछले साल रवींद्र सरोवर में पूजा पर पाबंदी लगी थी बावजूद इसके करीब 25 हजार छठव्रती यहां पूजा करने आ गये थे जबकि बाकी नये घाटों पर साढ़े 27 हजार छठव्रतियों ने छठ की पूजा की थी।