
नदियाः चाकदह पालिका के 18 नंबर वार्ड के निवासी तथा तृणमूल कर्मी नारायण दे को सोमवार की शाम उस समय गोली मारी गई जब वे अपने घर के बगल के बगानबाड़ी में दो दोस्तों के साथ बैठे थे। आरोप है कि खिड़की के रास्ते उन पर गोली चलायी गयी। गोली लगने से घायल हुए कर्मी को चाकदह अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत ही कल्याणी के जेएनएम व फिर वहां से कोलकाता बाईपास के किनारे की गैर सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। जहां वह इलाजरत है। उनकी हालत स्थिर बताया जा रही है। नारायण दे को गोली मारने की यह पहली घटना नहीं है। 1997 में भी उन पर गोली चली थी। 25 साल बाद फिर एक बार जानलेवा हमले की पुनर्रावृति हुई है। आरोप है कि दोनों ही बार युशु सिंह के नेतृत्व में हमला हुआ है। पहले हमले में उनकी जान बच गई थी जिसके बाद से उन्हें लगातार धमकी मिल रही थी। पेशे से वह ठेकेदार है। तृणमूल के रानाघाट दक्षिण जिला संगठन के अध्यक्ष के करीबी माने जाने वाले नारायण दे पर जिला युवा तृणमूल के अध्यक्ष के करीबी लोगों द्वारा गोली चलाने का आरोप है। उनके परिवार के सदस्यों ने तानू, गुड्डू, विप्लव तथा रतन पाल पर गोली चलाने का आरोप लगाया है। घटना के बाद से वे सभी फरार है। चाकदह थाना की पुलिस उनकी तलाश कर रही है।