आसपास कई बड़े अस्पताल, जलजमाव से ट्रैफिक मुवमेंट स्लो
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : बॉडीगार्ड लाइन व उसके आसपास इलाके में पिछले चार दिनों से भारी जलजमाव है। जैसा कि यह रोड बेहद महत्वपूर्ण है। आसपास कई बड़े अस्पताल है, दक्षिण कोलकाता की अधिकांश वाहन इसी रास्ते से होकर गुजरती है, लेकिन पानी जमने से ट्रैफिक मुवमेंट भी स्लो है और एक लेन का ही इस्तेमाल किया जा रहा है। लोग बेहद ही सावधानी से गुजर रहे हैं क्याेंकि पानी भरा होने के कारण कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है। वहीं बॉडीगार्ड लाइन में इतना पानी है कि अभी भी वहां अवागमन के लिए नौका उतारा गया है।
अपार्टमेंट में भी घुसा पानी, लोग परेशान
बॉडीगार्ड लाइन में पानी को पंप से निकाला जा रहा है। पानी सामने अपार्टमेंट में भी घुसा हुआ है। यहां रहने वाले लोग बेहद ही परेशान है। उन्होंने सन्मार्ग से बातचीत में बताया कि हर बार ही ऐसा होता है। चार दिन बाद भी हमलोगों के यहां जलजमाव है। प्रशासन को इस ओर जल्द से जल्द ध्यान देने चाहिए।
उपेंद्र अग्रवाल ने कहा कि हमारे बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर गया है जिसके कारण कई गाड़िया नष्ट हो गयी है। पीने का पानी खराब हो गया है। हमलोगों को बहुत ही परेशानी हो रही है। विजय जैन ने कहा कि कम से कम 20 गाड़ियां खराब हो गयी है। करीब 5 फुट तक पानी गाड़ी में घुस गया है।
5 दिनों से घर से नहीं निकल पा रहे हैं
बाडॅगार्ड के निकट एक अपार्टमेंट में रहने वाले जिआउल हक ने कहा कि यहां जलजमाव से भयावह स्थिति है। पिछले 5 दिनों से बच्चे और महिलाएं घर में ही हैं। बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। पीने का पानी का असुविधा है। पंपों से पानी निकाला जा रहा है जिससे अपार्टमेंट में पानी घुस रहा है। पांच दिनों से बाजार नहीं जा पा रहे हैं। प्रशासन को हमारी सुननी चाहिए। जल्द से जल्द व्यवस्था लेनी चाहिए। एक राजेश कुमार दास ने कहा कि दुकानदार ने कहा कि पानी इतना ज्यादा है कि उसका परिवार को घर छोड़कर स्कूल में रहना पड़ रहा है। बॉडीगार्ड लाइन में काम तो चल रहा है मगर कब तक पूरा होगा यह कहना मुश्किल है।
केएमसी उठा रहा है कदम
उल्लेखनीय है कि कोलकाता नगर निगम की तरफ से इस क्षेत्र के जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए ड्रेनेज का काम जारी है। ऐसी उम्मीद जतायी जा रही है कि समय पर काम पूरा हो जाता है तो अगले साल से यहां जलजमाव की समस्या दूर हो जायेगी।
बॉडीगार्ड लाइन… चार दिन बीते और अभी भी डूबी हैं सड़कें
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