तूफान के असर से महानगर व जिलों में हुई बारिश
12 मई तक तटवर्ती क्षेत्रों में बारिश की संभावना
कुछ क्षेत्रों में हुई बारिश के आंकड़े
अलीपुर- 58.0 मि.मी.
दमदम- 23.0 मि.मी.
साल्टलेक- 61.0 मि.मी.
डायमंड हार्बर- 11.0 मि.मी.
हल्दिया- 44.0 मि.मी.
(नोट बारिश के आंकड़े मि.मी. में)
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाताः बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी के ऊपर बना चक्रवात ‘असानी’ रविवार शाम को अधिक तीव्र होकर एक भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया, क्योंकि यह उत्तर आंध्र प्रदेश-ओडिशा तटों की दिशा में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया था। मौसम विभाग ने कहा, मंगलवार को ‘असानी’ के उत्तर आंध्र-ओडिशा तटों से पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में पहुंचने पर, उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने और ओडिशा तट से उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है। डॉ.संजीव बंद्योपाध्याय, डीडीजीएम, क्षेत्रीय मौसम विभाग ने असानी की गति और तीव्रता के अपने पूर्वानुमान में कहा, इसके बाद गंभीर चक्रवाती तूफान के बुधवार को भयानक चक्रवाती तूफान में बदलने और बृहस्पतिवार तक गहरे दबाव में बदलने की संभावना है। चक्रवात पूर्वी तट के समानांतर चलेगा और मंगलवार शाम से बारिश होने का कारण बनेगा। दूसरी तरफ चक्रवात के प्रभाव से सोमवार को महानगर के साथ ही उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, हुगली के कई क्षेत्रों में बारिश हुई। कुछ ही देर में हुई बारिश से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। राज्य सरकार ने बचाव अभियान के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है। संजीव बंद्योपाध्याय ने कहा कि, ‘हमें राज्य में कोई बड़ा खतरा दिखाई नहीं दे रहा है, क्योंकि यह पुरी के पास तट से करीब 100 किलोमीटर दूर से गुजर जाएगा।’ हालांकि, राष्ट्रीय आपदा प्रक्रिया बल (एनडीआरएफ), और दमकल सेवाओं के बचाव दल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
बारिश को लेकर सरकार व प्रशासन सतर्क
मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात के कारण मंगलवार से शुक्रवार तक गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, साथ ही कोलकाता के तटीय जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। कोलकाता नगर निगम के महापौर फिरहाद हकीम ने कहा कि, मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद आपदा प्रबंधन दलों को सतर्क कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मई 2020 में अम्फान चक्रवात के विनाशकारी प्रभावों से सबक लेते हुए, नगर निगम प्रशासन गिरे हुए पेड़ों और अन्य मलबे के कारण होने वाली रुकावटों को दूर करने के लिए क्रेन, विद्युत आरी और बुल्डोजर (अर्थमूवर) को सतर्क रखने जैसे सभी उपाय कर रहा है।
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि पूर्व मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना के प्रशासन ने सूखे भोजन और आवश्यक दवाओं की व्यवस्था के अलावा, निकासी की जरूरत होने पर चक्रवात आश्रयों, स्कूलों और अन्य पक्के ढांचे को तैयार किए हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे मंगलवार से अगली सूचना तक समुद्र और पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों पर न जाएं।
भविष्यवाणी
-आज से -13 मई तक गंगा तटवर्ती जिले के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश/गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है
चेतावनी:
-भारी वर्षा की चेतावनी: गंगीय पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना, नदिया, हावड़ा, पूर्व व पश्चिम मिदनापुर में 10 मई से 12 मई तक भारी वर्षा (07-11 सेमी) की संभावना है
-पश्चिम बंगाल तट के लिए मछुआरों की चेतावनी:
मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 10 मई से समुद्र में न जाएं। समुद्र में मछुआरों को तट पर लौटने की सलाह दी गई है
कार्रवाई सुझाई गई
-10 मई से 13 मई के दौरान मछली पकड़ने और पर्यटन गतिविधियों का निलंबन
-अपतटीय गतिविधियों को विनियमित करना
-कृषि क्षेत्र से अतिरिक्त पानी निकाल दें
ब्रेकिंग : गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हुआ ‘असानी’, बंगाल अलर्ट पर
Visited 147 times, 1 visit(s) today