मालदह : पिछले 48 घंटे के अंदर मालदह मेडिकल कालेज एंड हॉस्पिटल में कोरोना से पांच मरीजों की मौत हो गई। प्रति दिन करीब पचास फीसदी की दर से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। फिलहाल मालदह मेडिकल कालेज एंड हॉस्पिटल में 175 बेड की कोरोना यूनिट है। अधिकांश दिनों बेड भरे रहते हैं। कोरोना यूनिट में 20 सीसीयू हैं। कोरोना संक्रमण के दूसरे दौर में जिले में 167 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। स्थिति इतनी गंभीर है कि कभी कभी सीसीयू बेड भी खाली नहीं मिलता है। इस स्थिति का मुकाबला करने के लिए स्वास्थ्य महकमा ने कमर कस लिया है। स्वास्थ्य भवन ने 400 बेड का कोरोना अस्पताल बनाये जाने का निर्देश दिया है। मालदह मेडिकल कालेज एंड हॉस्पिटल को यह निर्देश मिल गया है। सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य भवन से जारी निर्देश में कहा गया है कि बिल्कुल अलग यह अस्पताल बनाना पड़ेगा। वहां पाइप लाइन से ऑक्सीजन देने की व्यवस्था की जाएगी। फिलहाल मेडिकल कालेज में कोई खाली बिल्डिंग नहीं है। ट्रामा केयर यूनिट खाली पड़ा हुआ है। यहीं पर कोई एक नयी यूनिट बनायी जाएगी। इस मसले पर जिला स्वास्थ्य दफ्तर के अधिकारियों की स्वास्थ्य भवन के अफसरों से एक वर्चुअल मीटिंग हुई है। मेडिकल कालेज के अध्यक्ष डॉ. पार्थप्रतीम मुखोपाध्याय ने 400 बेड के कोविड यूनिट के बारे में किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। उन्होंने बताया कि पिछले 48 घंटे में कोविड से पांच मरीजों की मौत हुई है। अभी तक मरने वालों की संख्या 167 है। मेडिकल कालेज में प्रति दिन लार्वा की जो जांच की जा रही है उनमें से 50 फीसदी कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह चिंता की बात है। मेडिकल कालेज एंड हॉस्पिटल ने दस विशेषज्ञों को मिला कर एक हेल्प लाइन बनाया है। यहां एक एलएम टैंक लगाने की योजना थी जिसका काम भी शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि दो सप्ताह के अंदर काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद ऑक्सीजन की कोई समस्या नहीं रह जाएगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल सिलेंडर के जरिए मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है। अभी तक तो ऑक्सीजन को लेकर कोई संकट पैदा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि लोगों को भी कोरोना गाइड लाइन को मान कर चलना पड़ेगा।
48 घंटों में मालदह में कोरोना से 5 की मौत
Visited 69 times, 1 visit(s) today