
2 दिनों तक चला फल व रियल ईस्टेट व्यवसायी के यहां छापामारी
कोलकाता : कोलकाता में एक के बाद एक आयकर की छापामारी जारी है। गत बुधवार को फल व रियल ईस्टेट व्यवसायी के यहां की गयी छापामारी में आयकर की टीम को 450 करोड़ का काला धन बरामद हुआ है। सीबीडीटी ने शुक्रवार को कहा कि विभिन्न व्यवसायों में लगे कोलकाता के कुछ होटलों और फलों के थोक व्यापारियों के यहां पर छापा मारा गया था। विभाग ने 1.58 करोड़ रुपये नकद भी जब्त किए। सीबीडीटी ने एक बयान में कहा, “तलाशी अभियान के दौरान, संदिग्ध दस्तावेजों को बरामद किया गया है। ये सभी लोन तथा बोगस कंपनियों के जरिये कैसे रुपये घुमाये गये हैं, इससे संबंधित हैं।
और यह भी व्यवसाय है इनका
फाइनेंसिंग, ऑटोमोबाइल और रियल ईस्टेट से जुड़े उक्त व्यवसायी ने आयकर विभाग की टीम से 105 करोड़ रुपए की अघोषित आय कबूल की। आयकर विभाग के एक आला अधिकारी ने बताया कि यह छापामारी आयकर विभाग के विभागीय डेटाबेस में उपलब्ध आंकड़ों और उन आंकड़ों के आधार पर की गई। आयकर चोरी करने के लिए बड़े पैमाने पर फर्जी दस्तावेजों का सहारा भी लिया गया है। आरंभिक जांच में यह भी पाया गया था कि आयकर चोरी को छुपाने के लिए अनेकों शैल कंपनियों का भी सहारा लिया गया है। व्यवसायी ने फाइनेंस में भी अवैध तरीके से पैसा लगाया हुआ है जिसका रिकॉर्ड दस्तावेजों में कुछ और है जबकि वास्तविक सच्चाई कुछ और है।
कई और बड़े समूहों के बारे में आयकर को पता चला
कंपनी की अनेक इकाइयां लोगों को अनसिक्योर्ड लोन देती हैं, साथ ही दस्तावेज अवैध पूंजी के रूप में गैर सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों की बिक्री का खुलासा करते हैं। दस्तावेजों की जांच से पता चला कि पेनी स्टॉक की बिक्री पर अघोषित नकद ऋण की अग्रिम बुकिंग और इसके जरिए तमाम नियम कानूनों को ताक पर रखकर बेहिसाब कमीशन ब्याज आदि भी लिए जाने संबंधी साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। कुछ दस्तावेजों की आरंभिक जांच से पता चला कि बड़े पैमाने पर धन ऐसे ग्रुपों को भी दिया गया है जिनके तार बड़े लोगों से जुड़े हुए हैं। आयकर विभाग अपनी जांच के दौरान यह भी पता लगाएगा इन बड़े लोगों में कितने अधिकारी या नेता शामिल हैं और इस पैसे का प्रयोग कहां-कहां किस तरह से किया गया था।