
कोलकाता : शुक्रवार को साइंस सिटी की स्थापना दिवस के 25 वर्ष पूरे होने पर सूर्य घड़ी का उद्घाटन किया गया। इस दिन फुल डोम फिल्म ‘कोलकाता, द सिटी ऑफ ज्वाय’ दिखायी गयी। इसके साथ ही ‘साइंस सिटी के 25 साल’ नामक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया और एक बड़ी सूर्य घड़ी का उद्घाटन भी इस दिन किया गया। देश के पहले फुल डोम डिजिटल थियेटर साइंस सिटी के स्पेस थियेटर में ‘कोलकाता, द सिटी ऑफ ज्वाय’ फुल डोम फिल्म का उद्घाटन बोस इंस्टीट्यूट के पूर्व डायरेक्टर प्रो. शिवाजी राहा ने किया। फिल्म में कोलकाता का इतिहास, स्मारकों और सांस्कृतिक धरोहरों को दिखाया गया और शहर की अनेकता में एकता की बात भी दर्शायी गयी। फिल्म में पहले का कोलकाता और वर्तमान कोलकाता को भी दिखाया गया। इसके बाद उन्होंने ‘साइंस सिटी के 25 साल’ प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जिसमें एक गार्बेज लैंड से लेकर दुनिया का टॉप 15 साइंस म्यूजियम बनने तक की साइंस सिटी की यात्रा दिखायी गयी। एनसीएसएम के पूर्व डीजी आई. के. मुखर्जी द्वारा साइंस पार्क में एक बड़ी सूर्य घड़ी का उद्घाटन किया गया। यह एक क्षैतिज सूर्य घड़ी है, जिसकी सूक्ति उत्तर की ओर इशारा करती है और 22.5 डिग्री के कोण पर रखा जाता है, जो कि कोलकाता का अक्षांश है। स्थानीय समय दिखाने के अलावा, यह सूर्य घड़ी साइंस सिटी की एक प्रतिष्ठित मूर्ति होगी। यह सूर्य, धरती और समय के पैसेज को कनेक्ट करेगा। कार्यक्रम में एनसीएसएम के डायरेक्टर जनरल अभिजीत दत्ता चौधरी के अलावा साइंस सिटी के डायरेक्टर अनुराग कुमार मौजूद थे। उन्होंने कहा, ‘अब तक साइंस सिटी में 3.3 करोड़ पर्यटक आ चुके हैं। उनके लिए हम साल भर का सोशल मीडिया कैम्पेन मेमोरीज ऑफ साइंस सिटी लांच कर रहे हैं। इसमें साइंस सिटी के पर्यटकों को अपने अनुभव साझा करने का मौका मिलेगा अथवा पर्यटक अपने अनुभवों का वीडियो रिकॉर्ड कर अपना फोटो अथवा वीडियो भेज सकते हैं। कुछ अनुभवों को साइंस सिटी के सोशल मीडिया पेज पर दिखाया जायेगा।’