
कोलकाता : वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। इसके लिए भाजपा ने अभी से कमर कसना शुरू कर दिया है। विशेषकर जिन राज्यों में भाजपा कमजोर स्थिति में है, उन राज्यों में पार्टी अधिक ध्यान दे रही है। 2019 के चुनाव में केरल, तमिलनाडु, ओडिशा जैसे राज्यों के अलावा पश्चिम बंगाल में भाजपा कम से कम 20 सीटें जीतना चाहती है। इस कारण पश्चिम बंगाल पर पार्टी विशेष रूप से ध्यान केंद्रित कर रही है। आगामी 10 सितम्बर से अमित शाह कोलकाता के 3 दिवसीय दौरे पर आने वाले हैं। इस दौरान शाह 2019 के चक्रव्यूह का जाल बुनेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, अमित शाह को प्रदेश भाजपा के नेता राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति के बारे में बताएंगे। इतना ही नहीं, शाह को राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति की पूरी रिपोर्ट सौंपी जाएगी जिसमें हर छोटी से छोटी बात का विवरण रहेगा। पार्टी सूत्रों ने बताया कि अमित शाह को लोकसभा क्षेत्र के हिसाब से क्षेत्रों की आबादी के अलावा जातीय समीकरण, राजनीतिक मुद्दा समेत अन्य चीजों का ब्योरा दिया जाएगा। गत शुक्रवार को प्रदेश भाजपा के आईटी सेल के साथ भाजपा के राष्ट्रीय सूचना व प्रसारण के इनचार्ज अमित मालवीय ने बैठक की थी जिसमें उन्होंने कहा है कि अमित शाह के दौरे के समय उन्हें पश्चिम बंगाल की राजनीति से जुड़ी हर जानकारी दी जाए। इसमें विपक्षी पार्टियों की चुनाव में भूमिका, गत कुछ वर्षों में तृणमूल समेत अन्य विपक्षी पार्टियों के चुनावी नतीजों का विवरण भी शाह को सौंपा जाएगा। इसके अलावा किस लोकसभा क्षेत्र में कितने हिन्दू, मुस्लिम व अन्य भाषाभाषी लोग रहते हैं, कौन से लोकसभा क्षेत्र में किस मुद्दे को उछाला जा सकता है, ये सभी बातें भाजपा नेता अमित शाह के समक्ष रखी जाएंगी। यहां उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए फिलहाल अमित शाह जिन राज्यों का दौरा कर रहे हैं, उन राज्यों की पूरी रिपोर्ट ले रहे हैं।