कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईश्वर चंद्र विद्यासागर की 200वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही उन्होंने विद्यासागर की प्रतिमा के अपमान का मुद्दा उठाया। ममता ने ट्वीट कर कुछ खास ‘बाहरी लोगों’ लोगों पर हमला किया। उन्होंने कहा कि बाल विवाह और बहुविवाह के खिलाफ लड़ाई के लिये विद्यासागर को याद किया जाएगा और उनकी शिक्षा सभी को प्रेरित करती रहेगी। बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘महान समाज सुधारक और शिक्षाविद् ईश्वर चंद्र विद्यासागर को उनकी 200वीं जयंती पर याद किया। वह बंगाली भाषा के ज्ञाता थे और वर्णपरिचय तैयार किया। उन्हें ‘दयार सागर’ के तौर पर भी जाना जाता है, जिन्होंने विधवा पुनर्विवाह के लिये, और बालविवाह व बहुविवाह के खिलाफ लड़ाई लड़ी।’
विद्यासागर सही मायने में बंगाल के गौरव का प्रतिनिधित्व करते हैं
ममता ने यह भी लिखा, ‘विद्यासागर सही मायने में बंगाल के गौरव का प्रतिनिधित्व करते हैं और आज भी एक प्रेरणा हैं। उनकी आवक्ष प्रतिमा का 2019 में कुछ बाहरी लोगों ने दुर्भाग्य से अपमान किया जो बंगाल की विरासत को लेकर सिर्फ उनका असम्मान जताते हैं। उनकी शिक्षाएं आज भी हमारे मूल्यों को समृद्ध बनाती हैं।’ मालूम हो कि ईश्वर चंद्र विद्यासागर का जन्म मिदनापुर के बीरसिंघा गांव में हुआ था।