कोलकाता : मालदा जिले में गंगा नदी के तट का कटाव होने से इसका किनारा करीब 300 मीटर आगे बढ़ गया है, जिससे कई मकान, खेत और आम के बाग नदी में समा गए। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि माणिकचक में बालुटोला प्रखंड इस भूक्षरण से सबसे अधिक प्रभावित इलाका है। तट के करीब एक किलोमीटर के दायरे में नदी के तेज प्रवाह ने भूमि का कटावा किया है। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि नदी में लगभग आधा से अधिक बालुटोला और इलाहीटोला के समा जाने के कारण इस साल अब तक 400 से अधिक परिवार विस्थापित हुए हैं। उन्होंने बताया कि हर दिन दर्जनों ग्रामीण घरबार छोड़कर जा रहे हैं। प्रखंड विकास अधिकारी जॉय अहमद ने बताया कि उन्होंने प्रभावित इलाकों का दौरा किया है। उन्होंने बताया, ‘‘ग्राम पंचायत को तिरपाल आवंटित किया गया है। पूरी स्थिति की निगरानी की जा रही है।’’ राज्य की सिंचाई मंत्री सबीना यासमिन ने भी हाल में इलाके का दौरा किया। वाम मोर्चे के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी इलाके का दौरा किया और ग्रामीणों से बात की।