
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। धनखड़ ने ट्वीटर पर लिखा, ‘राष्ट्र की एकता के लिए बलिदान देने वाले पश्चिम बंगाल के महान सपूत डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘एक देश में दो विधान, दो निशान, दो प्रधान नहीं चलेगा’ का उनका नारा साकार किया जा रहा है।’
डॉ मुखर्जी ने अनुच्छेद-370 को हटाने की वकालत की थी
राज्यपाल ने कहा कि इस वर्ष 12 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोलकाता पोत का नाम बदलकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोत कर सच्ची श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल ने कहा,‘उनका प्रेरणादायक मार्गदर्शन हम सभी को राष्ट्र प्रेम के प्रति उत्साहित करता है। राष्ट्र को हमेशा सर्वोपरि रखने की उनकी शिक्षा से हमें सीखना चाहिए।’ भारतीय जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक 23 जून की तारीख को केवल डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्य तिथि के रूप में ही नहीं मनाया जाता बल्कि संविधान के अनुच्छेद-370 को रद्द करने के प्रस्ताव के रूप में भी मनाया जाता रहा है। डॉ मुखर्जी ने अपने प्रत्येक घोषणापत्र में पूरी दृढ़ता के साथ अनुच्छेद-370 को हटाने की वकालत की थी।