
दीपक रतन मिश्रा
कोलकाता : महानगर के फुटपाथ पर रहनेवाले दो भिखारियों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। दोनों ही महानगर के दो अलग-अलग इलाके के फुटपाथ पर रहते थे। दोनों में कोरोना वायरस पॉजिटिव मिला है। इन दोनों मामलों से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है। इसका कारण यह है कि महानगर के विभिन्न जगहों पर फुटपाथ पर हजारों लोग रहते हैं।
एक को बहूबाजार के सब-इंस्पेक्टर ने कराया था भर्ती
सूत्रों के अनुसार बहूबाजार थाना के एक सब इंस्पेक्टर ने 3 अप्रैल को कविराज रो के फुटपाथ पर रहनेवाले एक व्यक्ति को एनआरएस मेडिकल कॉलज व हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था। उक्त व्यक्ति में कोरोना का संदेह जताया गया था। जानकारी के अनुसार उक्त भिखारी बोल नहीं सकता है। सोमवार को उसका कोरोना टेस्ट किया गया था। सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद ही स्वास्थ्य भवन के निर्देश पर उक्त भिखारी को बेलियाघाटा आईडी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर उक्त मरीज को अस्पताल ले जानेवाले सब इंस्पेक्टर व ड्राइवर को होम क्वारंटाइन में भेज दिया गया है।
गार्डनरिच के बस्ती में रहने वाला भिखारी भी पॉजिटिव
वहीं दूसरी ओर गार्डनरिच के ठुकरा बस्ती में रहने वाले एक 55 वर्षीय भिखारी में भी कोरोना पॉजिटिव मिला है। जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले फुटपाथ पर रहनेवाले व्यक्ति की तबीयत खराब होने पर उसे गार्डनरिच अस्पताल ले जाया गया था। वहां से उसे एम.आर बांगुर अस्पताल पहुंचाया गया। वहां सोमवार को उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। स्वास्थ्य भवन के निर्देश पर उसे भी बेलियाघाटा आईडी में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य भवन के एक अधिकारी ने बताया कि घटना बहुत ही चिंताजनक है। कैसे दोनों फुटपाथ पर रहनेवाले दोनों में कोरोना संक्रमण पहुंचा, इसका पता लगाया जा रहा है।
किनके संपर्क में आए दोनों किया जा रहा ट्रैक
उक्त दोनों कोरोना पॉजिटिव मरीज किसके संपर्क में आए इसका पता लगाया जा रहा है। साथ ही आस-पास के लोगों से भी जानकारी ली जा रही है। विभाग की टीम इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लोगों को ट्रैक कर रही है।
कहीं कम्युनिटी स्प्रेडिंग तो नहीं
भले ही इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने एक रिपोर्ट में कहा है कि देश में कोरोना का संक्रमण कम्युनिटी स्तर पर नहीं पहुंचा है। हालांकि कई विशेषज्ञ डॉक्टरों को अंदेशा है कि हो न हो कई मामलों को छिपाने की भी कोशिश की जा रही है।