
120 किलोमीटर की रफ्तार से पहुंचा ओड़िशा
दीघा / कोलकाता : बंगाल की खाड़ी पर बन रहे दबाव के कारण आये चक्रवाती तूफान ‘तितली’ ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। नवरात्र के पहले दिन ही कोलकाता समेत पूरे बंगाल में सुबह से शुरु हुई बारिश से पूरा मौसम सुहाना बन तो गया, लेकिन पूजा आयोजकों के माथे पर बल भी पड़ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक यह चक्रवात ओडिशा-आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ रहा है जिससे ओडिशा के कई हिस्सों में इसने प्रचंड रूप ले लिया है। तूफान को लेकर बंगाल के समुद्री इलाकों में अलर्ट जारी कर दी गयी है।
ट्रेन परिसेवाएं हुई प्रभावित
इस चक्रवात के कारण दक्षिण पूर्व रेलवे द्वारा ट्रेन सेवाओं को खुरदा रोड के बाद रोक दिया गया है। वहीं दक्षिण से आने वाली ट्रेन विजियानगर तक ही आ सकेगी। अगले सूचना तक यह ट्रेन परिसेवा रात के 10 बजे के बाद से बंद कर दिया गया है। 12773 शालीमार-सिकंदराबाद एसी एक्सप्रेस को बुधवार को रद्द कर दिया गया है। हावड़ा तथा खड़गपुर से कई ट्रेनों को डाइवर्ट किया गया है तथा कई ट्रेनों की समय सारणी में बदलाव किया गया है।
भुवनेश्वर व दक्षिण की उड़ानें हुई रद्द
कोलकाता से भुवनेश्वर व दक्षिण की ओर जाने वाली उड़ानें बुधवार की रात रद्द कर दी गयी। एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक मौसम विभाग द्वारा जारी सतर्कता के कारण इंडिगो की भुवनेश्वर की रात की उड़ान को रद्द कर दिया गया। इस संबंध में यात्रियों को फोन, ईमेल व अन्य साधनों के जरिये सूचना दे दी गयी थी ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। अधिकतर एयरलाइंसों ने अपनी रात की संबंधित गंतव्यों की उड़ानें रद्द रखी थी।
भारी बारिश की आशंका
मौसम विषेशज्ञों के मुताबिक फिलहाल चक्रवात उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है लेकिन गुरुवार को इसके उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने की आशंका है। यदि ऐसा होता है तो झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में इसका व्यापक असर देखने को मिल सकता है। बंगाल में इसके कारण और 2 दिन बारिश होने की आशंका है। बंगाल में तितली 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा था लेकिन इसकी रफ्तार रात में 60 से 70 किमी प्रति घंटा हो गयी। गुरुवार को तितली की रफ्तार 80 किमी प्रति घंटा भी हो सकती है। इसका असर पूरे बंगाल में नजर आएगा। इससे भारी बारिश की संभावना है।
दीघा, शंकरपुर, ताजपुर और मंदारमणि इलाकों में सतर्कता जारी
तितली चक्रवात के कारण पूर्व मिदनापुर जिले के पर्यटन शहर दीघा में समुद्र काफी उफान पर था। इस कारण पर्यटकों को समुद्र में नहाने के लिये मना कर दिया गया और समुद्र के किनारे पुलिस तथा सिविक वॉलिंटियर कर्मियों को तैनात कर दिया गया। इसके कारण दीघा, शंकरपुर, ताजपुर और मंदारमणि आदि इलाकों में घूमने के लिये आये लोगों को काफी निराश होना पड़ा। राज्य में इसके अगले 18 घंटे के दौरान और प्रचंड रूप लेने की आशंका है।