
कोलकाताः राज्य के परिवहन विभाग ने भले ही टैक्सी के किराये में वृद्धि कर दी है। इसे लागू भी किया जा चुका है। हालांकि इसके बाद भी महानगर व आस-पास के क्षेत्रों में टैक्सी ड्राइवर लोगों से मनमाने किराये ले रहे हैं। आलम यह है कि दूरी के हिसाब से किराया न लेने की बजाय स्वयं ही ड्राइवर किराये तय कर रहे हैं। विशेषकर महानगर से प्रमुख जगहों को जोड़ने वाली जगहों पर यानी हावड़ा, धर्मतल्ला, सियालदह जैसी जगहों पर अनजान यात्रियों को देखते ही मनमाने व मुंह मांगे किराये मांगे जाते हैं। जहां पर लोगों को जाने के लिए टैक्सियों में दो सौ रुपये किराया लगता है, वहीं टैक्सी ड्राइवर लोगों से चार सौ रुपये किराया बताते हैं। मजबूरन यात्रियों को इनका इस्तेमाल करने के लिए बाध्य होना पड़ता है।