
अहमदाबाद : भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने देश में स्पिनरों की मददगार पिच की आलोचना को गंभीरता से नहीं लेने की सलाह देते हुए मंगलवार को कहा कि हमने विदेशों में नमी वाली पिचों (तेज गेंदबाजों की मददगार) के खिलाफ कभी कुछ नहीं बोला और इंग्लैंड की टीम को यहां चौथे टेस्ट में भी धीमी गेंदबाजी की मददगार विकेट की अपेक्षा करनी चाहिए। मुझे लगता है कि विकेट (पिच) चेन्नई में खेले गये दूसरे टेस्ट मैच के जैसा ही होगा, जिस पर स्पिनरों को मदद मिलेगी। हां, गुलाबी गेंद से थोड़ा फर्क पड़ा और जो लाल गेंद की तुलना में पिच पर टप्पा खाने के बाद तेजी से आ रही थी। हमें इससे सामंजस्य बिठाना पड़ा। यह पिच भी पिछले दो मैचों की तरह ही होगी। लोग जो कह रहे है, उन्हें कहने दीजिए। जब हम विदेश दौरे पर जाते है तो तेज गेंदबाजों की मदद पिच को लेकर कोई कुछ नहीं कहता है। वे तब भारतीय बल्लेबाजों की तकनीक की बात करते है, मुझे नहीं लगता कि इसे गंभीरता से लिये जाने की जरूरत है।
इंग्लैंड को हल्के में नहीं लेंगे
यह पिच भी वैसी ही दिख रही है लेकिन हमें अभी देखना होगा कि यह कैसा बर्ताव करती है। हम टीम के तौर पर इंग्लैंड का सम्मान करते है। वे पहले टेस्ट में अच्छा खेले और हम उसके बाद के दो मैचों में बेहतर रहे। हम उन्हें हल्के में नहीं ले रहे है, दोनों टीमें मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर टेस्ट मैच जीतना चाहेगी। हमें खुशी है कि अनुभवी तेज गेंदबाज उमेश यादव तैयार है। वह अच्छे लय में और और उसका नेट सत्र भी अच्छा रहा। हमें खुशी है कि उसने टीम में वापसी की है।