अहमदाबाद : चेन्नई के चेपक स्टेडियम में हुए दूसरे टेस्ट में भारत की जीत के बाद कई दिग्गजों ने पिच की आलोचना की थी। अब भारत और इंग्लैंड के बीच 24 फरवरी से चार टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम मोटेरा में खेला जाएगा। यह मैच डे-नाइट होगा। बता दें कि भारत में खेला जाने वाला यह सिर्फ दूसरा डे-नाइट टेस्ट है। इससे पहले नवंबर 2019 में कोलकाता में भारत और बांग्लादेश के बीच डे-नाइट मैच हुआ था। घास वाली पिच पर खेला गया वह मुकाबला तीसरे दिन ही खत्म हो गया था और उसमें तेज गेंदबाजों ने 19 विकेट लिए थे। हालांकि, भारतीय टीम घास वाली पिच इंग्लैंड के खिलाफ नहीं चाहेगी। मुमकिन है कि विराट एंड कंपनी उस तरह की पिच चाहे, जैसी यूएई के शहर दुबई में हुए दो डे-नाइट टेस्ट मैचों में थी। 2016 और 2017 में हुए उन मुकाबलों में स्पिनरों ने तेज गेंदबाजों की तुलना में बेहतर गेंदबाजी का मुजायरा किया था।
स्पिनरों के लिए मुफीद है दुबई की पिच
आमतौर पर पिंच बॉल टेस्ट में तेज गेंदबाजों के लिए मुफीद पिच बनती है लेकिन दुबई की कहानी कुछ अलग है। यहां दो डे-नाइट टेस्ट मैच हुए हैं। एक पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच और दूसरा पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच। इनमें तेज गेंदबाजों ने 25 और स्पिनरों ने 46 विकेट लिए थे। बता दें कि अब तक 15 टेस्ट में 71 तेज गेंदबाजों ने सबसे ज्यादा 354 विकेट लिए हैं। 74 स्पिनर्स ने मिलकर कुल 115 विकेट लिए हैं। स्पिनर्स के मुकाबले पेसर्स ने 207% ज्यादा विकेट लिए हैं।
मोटेरा में यूएई मॉडल अपना सकती है टीम इंडिया
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