- सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्राफी में लागू होगा ‘इंपैक्ट प्लेयर’
मुंबई : बीसीसीआई की शीर्ष परिषद की शुक्रवार को मुंबई में बैठक हुई। इस बैठक में दो बड़े फैसले लिए गये। इसमें पहला फैसला एशियन गेम्स को लेकर लिया गया। इस साल 28 सितंबर से चीन के हांगझू शहर में होने वाले एशियन गेम्स में भारत पहली बार महिला और पुरुष क्रिकेट टीम भेजेगा। वहीं, दूसरी ओर घरेलू टी-20 टूर्नामेंट सय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में आईपीएल की तर्ज पर इम्पैक्ट प्लेयर रूल पूरी तरह लागू किया जाएगा।
2010 ग्वांगझू, चीन और 2014 इंचियोन, साउथ कोरिया में हुए एशियाड में भी महिला और पुरुष क्रिकेट के कार्यक्रम हुए थे। 2010 में बांग्लादेश ने पुरुष और पाकिस्तान ने महिला कैटेगरी में गोल्ड जीता था। वहीं, 2014 में श्रीलंका की पुरुष और पाकिस्तान की महिला टीम चैंपियन बनी थी। बता दें कि एशियन गेम्स हर 4 साल में होते हैं, 2018 के दौरान इसमें क्रिकेट को शामिल नहीं किया गया। 2022 में कोरोना महामारी के कारण एशियन गेम्स पोस्टपोन किए गए, अब 2023 में गेम्स होंगे, इसमें फिर से क्रिकेट को शामिल किया गया है।
उधर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का चर्चित ‘इंपैक्ट प्लेयर’ नियम 16 अक्टूबर से शुरू होने वाली सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्राफी में इस्तेमाल किया जायेगा। बीसीसीआई की शीर्ष परिषद ने शुक्रवार को इसे मंजूरी दी। ‘इंपैक्ट प्लेयर’ नियम पिछले सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्राफी में शुरू हुआ था लेकिन खिलाड़ी को 14वें ओवर में या इससे पहले लाना होता था और उसका नाम टॉस से पहले बताना होना था।
हालांकि यह अगले सत्र से बदल जायेगा और वैसा ही इस्तेमाल होगा जैसा आईपीएल में होता है, टीमों को टॉस से पहले अंतिम एकादश के अलावा चार स्थानापन्न खिलाड़ियों के नाम तय करने की अनुमति भी दी जायेगी। प्रत्येक टीम इन चार स्थानापन्न खिलाड़ियों में से केवल एक को ही ‘इंपैक्ट प्लेयर’ के तौर पर इस्तेमाल कर सकती है। बीसीसीआई की शीर्ष परिषद की शुक्रवार को मुंबई में हुई बैठक में इस नियम को मंजूरी दी गयी। नियम के एक दिशानिर्देश के अनुसार, ‘दोनों टीमों को प्रत्येक मैच में एक ‘इंपैक्ट प्लेयर’ का इस्तेमाल करने की अनुमति होगी। यह हालांकि अनिवार्य नहीं है।’