
अहमदाबाद : तेज गेंदबाज इशांत शर्मा का मानना है कि तीसरे टेस्ट में एक सत्र में ही खेल का रुख बदल सकता है क्योंकि भारत और इंग्लैंड नए स्टेडियम, नई पिच और अलग तरह की फ्लडलाइट में जब मैदान पर गुलाबी गेंद से खेलेंगे तो उन्हें नहीं पता होगा कि ये कैसे बर्ताव करेगी। उन्होंने कहा कि यहां विकेट कैसी होगी और वे (इंग्लैंड) कैसे खेलेंगे, बेशक दूधिया रोशनी में गेंद स्विंग करेगी लेकिन आपको ओस से निपटना होगा इसलिए काफी चीजें होंगी और आप सीधे तौर पर नहीं कह सकते कि मैच में किसी पलड़ा भारी होगा, तेज गेंदबाजों का या स्पिनरों का। मुझे लगता है कि एक सत्र में खेल बदल सकता है और प्रत्येक गेंदबाज को सत्र दर सत्र जिम्मेदारी निभानी होगी, क्या पता शुरुआत से ही गेंद टर्न करने लग जाए। यह पूछने पर कि क्या भारतीय गेंदबाज सूर्यास्त के समय शॉर्ट गेंद की रणनीति का इस्तेमाल करेंगे, ईशांत ने कहा कि एक बार जब हम इस मैदान पर खेलने उतरेंगे तो हमें इस बारे में पता चलेगा क्योंकि इसका नवीनीकरण किया गया है और अभी मैं कुछ नहीं कह सकता। हम कुछ नहीं कह सकते कि किस चीज से बल्लेबाज को परेशानी होगी और किससे नहीं, काफी चीजें हैं, जिन्हें हमें परखना होगा, हमें नहीं पता कि हम इन चीजों से कैसे निपटेंगे, ओस भी होगी।