सिराज ने झटके 5 विकेट, 294 पर सिमटा ऑस्ट्रेलिया, भारत के सामने 328 रनों का मुश्किल लक्ष्य
ब्रिस्बेन : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला ब्रिस्बेन में खेला जा रहा है। मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को 328 रन को लक्ष्य दिया है। इसके जवाब में चौथा दिन खत्म होने तक भारत ने दूसरी पारी में बिना विकेट गंवाये 4 रन बना लिये। रोहित शर्मा (4) और शुभमन गिल (0) नाबाद हैं। भारत को अब 5वें दिन 98 ओवर खेलना है। इससे पहले भारतीय तेज गेंदबाजों मोहम्मद सिराज (5 विकेट) और शार्दुल ठाकुर (4 विकेट) की घातक गेंदबाजी से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन सोमवार को दूसरी पारी में 294 रन पर समेट दिया। भारत को मैच के पांचवें और अंतिम दिन मंगलवार को जीत के लिए 324 रन बनाने होंगे। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया की पूरी कोशिश रहेगी कि वह भारत के सभी 10 विकेट लक्ष्य से पहले झटक ले। सोमवार को अंतिम सत्र में तेज बारिश ने खेल का मजा बिगाड़ा जबकि आखिरी दिन भी बारिश होने की आशंका है। यदि भारत यह मैच जीतता है या ड्रॉ करा देता है तो वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास बरकरार रखेगा क्योंकि भारत ने 2018-19 के पिछले दौरे में सीरीज 2-1 से जीती थी।
बारिश डाल सकती है खलल
ब्रिसबेन में खेल जा रहे आखिरी मुकाबले में तीनों नतीजे संभावित हैं। हालांकि यहां का मौसम मंगलवार को खेल बिगाड़ सकता है। मंगलवार को ब्रिसबेन में बारिश का पूर्वानुमान है। यहां तक पांचवें दिन का खेल भी देरी से शुरू हो सकता है। इससे पहले, चौथे दिन भी बारिश के कारण खेल जल्दी समाप्त कर दिया गया। मौसम विभाग की माने तो ब्रिसबेन में मंगलवार को एक या दो बार तेज बारिश हो सकती है। इतना ही नहीं दोपहर को आंधी आने की भी आशंका जताई जा रही है। हालांकि पूरा दिन तापमान 20 से 30 डिग्री के बीच ही बना रहेगा।
प्रसन्ना, बेदी, मदन लाल और जहीर की श्रेणी में पहुंचे सिराज
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ब्रिस्बेन के गाबा मैदान में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में पांच विकेट लेकर ईरापल्ली प्रसन्ना, बिशन सिंह बेदी, मदन लाल और जहीर खान जैसे दिग्गज गेंदबाजों की श्रेणी में पहुंच गए हैं। अपना तीसरा टेस्ट खेल रहे सिराज ने टेस्ट क्रिकेट में पहली बार पारी में 5 विकेट लिए हैं। ऑफ स्पिनर प्रसन्ना ने 1968 की सीरीज में ब्रिस्बेन में 104 रन देकर 6 विकेट लिये थे। पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी और मदन लाल ने 1977 की सीरीज में 5-5 विकेट झटके थे। लेफ्ट आर्म स्पिनर बेदी ने 55 रन देकर 5 विकेट निकाले थे। मध्यम तेज गेंदबाज मदन लाल ने 72 रन देकर 5 विकेट लिए थे। आखिरी बार 2003-04 की सीरीज में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जहीर खान ने गाबा पर 95 रन देकर 5 विकेट अपने नाम किए थे।
धैर्य रखें और पिच को अपना काम करने दें : स्मिथ
ऑस्ट्रेलिया के करिश्माई बल्लेबाज स्टीवन स्मिथ का कहना है कि सभी को धैर्य रख पिच को अपना काम करने देना चाहिए। स्मिथ ने कहा कि मेरे ख्याल से यहां सिडनी के मुकाबले पिच थोड़ी अलग है। कुछ गेंद उछल रही थी और हम सिर्फ अच्छे क्षेत्र में खेलना चाहते थे तथा धैर्य रखना चाहते थे। बारिश के बारे में हमें नहीं पता। हम कोई मौसम के जानकार नहीं है और हमें नहीं पता कि आगे क्या होगा। मैच अहम मोड़ पर पहुंच चुका है। भारतीय खिलाड़ियों ने भी बेहतर बल्लेबाजी की। सिडनी में हमें नहीं पता कि हमारे गेंदबाजों ने किस गति से गेंद की। इस मैच के अंतिम दिन हमें सिर्फ अच्छे क्षेत्र में गेंदबाजी करनी है और हम उम्मीद करते हैं कि हम कुछ मौके भुना सकेंगे। इसके साथ ही स्मिथ ने बताया कि मिशेल स्टार्क को हैमस्ट्रिंग में कुछ दिक्कत थी और उन्हें मेडिकल स्टाफ ने देखा है। स्टार्क को खेलना किसी भी बल्लेबाज के लिए मुश्किल भरा होता है। इससे पहले भी वह कुछ चोट से उबर कर खेले हैं और उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी की है। मुझे उम्मीद है कि वह कल भी बेहतर करेंगे।
पिछली हार से भी बुरी होगी ड्रॉ सीरीज : पोंटिंग
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि कई खिलाड़ियों के चोटिल होने से कमजोर पड़ी भारतीय टीम के खिलाफ सीरीज बराबरी पर छूटना दो साल पहले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मेजबान टीम को मिली हार से भी बुरा परिणाम होगा। कई खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के वर्तमान दौर में अपना जुझारूपन और जज्बा दिखाया है। चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में भारत अपने प्रमुख तेज गेंदबाजों, कप्तान विराट कोहली और कुछ विशेषज्ञ बल्लेबाजों के बिना खेल रहा है। पोंटिंग ने कहा कि मुझे लगता है कि सीरीज का ड्रॉ होना दो साल पहले मिली हार से भी बुरा होगा। मैं इसको इसी नजरिये से देखता हूं यह जानते हुए कि भारत को सीरीज में 20 खिलाड़ियों में से भी अंतिम एकादश चुनने में कितनी परेशानी हुई। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलियाई टीम में डेविड वार्नर की अंतिम दो मैच में और स्टीव स्मिथ की वापसी हुई जबकि पिछली बार वे टीम में नहीं थे। सीरीज में बराबरी न केवल हार जैसी होगी बल्कि यह पिछली सीरीज से भी बुरा परिणाम होगा।