लंदन : वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर कार्लोस ब्रेथवेट ने कहा कि रंगभेद के विरोध को लेकर खिलाड़ियों का घुटने टेकना सिर्फ दिखावा है। इस भेदभाव को समाज से खत्म करने के लिए मजबूत कानून बनाने की सबसे ज्यादा जरूरत है। हाल ही में अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद दुनियाभर में खिलाड़ियों ने मैदान पर घुटने के बल बैठकर रंगभेद के खिलाफ विरोध जताया है। विरोध का यह एक सिंबल बन गया है। वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच 8 जुलाई से 3 टेस्ट की सीरीज खेली जानी है। इस सीरीज में रंगभेद के खिलाफ अभियान को सपोर्ट करने के लिए वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के खिलाड़ी ब्लैक लाइव्स मैटर लोगो वाली टी-शर्ट पहनेंगे। ब्रेथवेट ने कहा, ‘‘मैदान पर घुटने टेकना या फिर बैज लगाना ही काफी नहीं है। अब मानसिकता में बदलाव लाना होगा। मेरे हिसाब से यह एक दिखावा है। एक बड़े तौर पर बदलाव के लिए कानून में बदलाव करना होगा। समाज में भी लोगों को मानसिकता बदलने की जरूरत है।’’ ब्रेथवेट ने कहा, ‘‘जब हम किसी सुपरमार्केट में काले व्यक्ति को देखते हैं, तो हम खुद ही सोच लेते हैं कि वह गलत व्यक्ति होगा। इसके बाद गार्ड आता है और उसे बाहर निकाल देता है। यह एक बड़ा मुद्दा है कि क्यों हमारी सोच इतनी छोटी है। इस पर चर्चा करने की बजाय हम घुटने टेक देते हैं।’’
रंगभेद : खिलाड़ियों का घुटना टेकना सिर्फ दिखावा – ब्रेथवेट
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