टोक्योः वर्ल्ड नंबर-1 टेनिस प्लेयर नोवाक जोकोविच का गोल्डन स्लैम जीतने का सपना तो अधूरा रह ही गया। इसके बाद वे ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुआ मैच भी हार गए। अब वे टोक्यो से खाली हाथ अपने देश सर्बिया लौटेंगे। जोकोविच ने ओलिंपिक में सिर्फ एक मेडल जीता है। उन्होंने 2008 बीजिंग ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
जोकोविच ने स्पेन के पाब्लो कारेनो बुस्टा के खिलाफ शनिवार को हुए ब्रॉन्ज मेडल मैच में कई बार आपा खोया। उन्होंने कभी रैकेट को स्टैंड में फेंका, तो कभी रैकेट को नेट पर दे मारा। इससे उनका टेनिस रैकेट टूट भी गया। 24 घंटे के अंदर जोकोविच को 3 हार झेलनी पड़ी। शुक्रवार को उन्हें जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव के हाथों मेंस सिंगल्स के सेमीफाइनल में हार मिली थी। इसके बाद मिक्स्ड डबल्स के सेमीफाइनल में भी हार का सामना करना पड़ा।
पाब्लो बुस्टा ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में हराया
पाब्लो बुस्टा ने जोकोविच को ब्रॉन्ज मेडल के मैच में 6-4, 7-6, 6-3 से हराया। जोकोविच के पास एक ही साल में चारों ग्रैंड स्लैम और ओलिंपिक में गोल्ड जीतने का मौका था। ऐसा करने को ही गोल्डन स्लैम कहते हैं। स्टेफी ग्राफ इस उपलब्धि को हासिल करने वाली इकलौती टेनिस प्लेयर हैं।
स्टेफी ने 1988 में ऐसा किया था। पुरुषों में गोल्डन स्लैम कोई नहीं जीत पाया। हालांकि राफेल नडाल और आंद्रे अगासी ने ऑस्ट्रेलिया ओपन, फ्रेंच ओपन, विम्बलडन और यूएस ओपन के अलावा ओलिंपिक में गोल्ड भी जीता है, लेकिन यह एक साल के अंदर नहीं था।