
फुझोऊ: ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधू अपना पहला सुपर सीरीज प्रीमियर खिताब जीतने से सिर्फ एक कदम की दूरी पर हैं और उन्होंने कोरिया की सुंग जी ह्युन को हराकर 700000 डॉलर इनामी चीन ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली है। सातवीं वरीय सिंधू मुकाबले के पहले सेट हार गई थी जिसके बाद जोरदार वापसी करते हुए छठी वरीय जी ह्युन को एक घंटे और 24 मिनट चले मुकाबले में 11-21 23-21 21-19 से हराया। जी ह्युन के खिलाफ नौ मैचों में सिंधू की यह छठी जीत है। विश्व चैम्पियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता सिंधू फाइनल में स्थानीय प्रबल दावेदार आठवीं वरीय सुन यू से भिड़ेंगी। सिंधू की शुरुआत काफी खराब रही और पहले गेम में वह विरोधी खिलाड़ी का कोई टक्कर नहीं दे पाई। जी ह्युन ने 5-1 की बढ़त बनाई और फिर इसमें लगातार इजाफा करते हुए उन्होंने पहला गेम बहुत आसानी से अपने नाम कर लिया।
भारतीय खिलाड़ी ने दूसरे सेट में वापसी की कोशिश की। एक समय 7-7 पर स्कोर बराबर था लेकिन कोरियाई खिलाड़ी ने 11-7 की बढ़त बना ली। सिंधू ने स्कोर बराबर किया लेकिन जी ह्युन ने 20-17 के स्कोर पर तीन मैच प्वॉइंट हासिल किए। सिंधू ने तीनों मैच प्वॉइंट बचाए। जिसके बाद ही उन्हें गेम प्वॉइंट मिला लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा सकी। सिंधू ने हालांकि इसके बाद शानदार खेलते हुए एक और गेम प्वॉइंट हासिल किया और फिर स्मैश के साथ दूसरा गेम जीत लिया। निर्णायक गेम में सिंधू की शुरुआत खराब रही। वह 3-7 से पिछड़ी लेकिन 10-9 की बढ़त हासिल करने में सफल रही। सिंधू ने इसके बाद स्कोर 20-18 तक पहुंचाया। जी ह्युन ने एक मैच प्वॉइंट बचाया लेकिन सिंधू ने शानदार शॉट लगाकर गेम और मैच जीत लिया।
यह लगातार तीसरा साल है जब इस प्रतियोगिता के फाइनल में कोई भारतीय महिला खिलाड़ी पहुंची हैं। साल 2014 में साइना नेहवाल ने खिताब जीता था लेकिन 2015 में उन्हें ली जुरुक्सई के हाथों हार झेलनी पड़ी थी। इस बार सिंधू के पास खिताब जीतने का मौका होगा लेकिन उनके सामने भी चीन की चुनौती होगी। ओलंपिक में पदक जीतने के बाद सिंधू का यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हैं। फाइनल में जिस खिलाड़ी से सिंधू का मुकाबला है वह चीन की उभरती हूई खिलाड़ी हैं। हाल के दिनों में उन्होंने गजब का खेल दिखाया है। इसकी बदौलत वह रैंकिंग में नौवें नंबर पर हैं। चीन ओपन में उन्हें आठवीं वरीयता दी गई हैं।