नागराकाटा: बामनडांगा चाय बागान में मैनेजर को धमकी देने और मारपीट की कोशिश का गंभीर आरोप सामने आया है। आरोप है कि बागान को फिर से खोलने की मांग को लेकर शनिवार रात दो गैर-श्रमिकों ने बागान के मैनेजर सुरजीत गांगोपाध्याय को धमकी दी। रविवार को उन्होंने इस संबंध में पुलिस के पास लिखित शिकायत दर्ज कराई।
मैनेजर ने बताया, “मुझे जान से मारने की धमकी दी गई है। मैं बेहद डरा हुआ हूं। बागान खोलने की मांग इस तरह नहीं की जानी चाहिए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि 5 अक्टूबर की विनाशकारी बाढ़ के बाद से बामनडांगा और टंडू डिवीजन में कामकाज ठप पड़ा है। बाढ़ के दौरान बागान को भारी नुकसान पहुंचा था। कई दिनों तक श्रमिकों को फैक्ट्री परिसर में प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थायी राहत शिविरों में रखा गया था।
पिछले शुक्रवार और शनिवार को हुई लगातार बारिश के दौरान भी प्रशासन ने फैक्ट्री में राहत शिविर खोले।लगभग एक महीने से बागान बंद रहने के कारण श्रमिकों की ओर से इसे जल्द से जल्द खोलने की मांग तेज हो गई है। तृणमूल चाय बागान श्रमिक यूनियन की केंद्रीय समिति के उपाध्यक्ष संजय कूजुर ने कहा, शनिवार को क्या हुआ, इसकी जानकारी ली जा रही है। बामनडांगा टंडू चाय बागान को खोलने की मांग बिल्कुल उचित है, वरना श्रमिकों के रोज़गार पर गंभीर संकट उत्पन्न होगा। वहीं बागान प्रबंधन ने पहले ही स्पष्ट किया था कि बाढ़ के बाद वहां की स्थिति बेहद खराब है, और कामकाज सामान्य करने के लिए सरकारी सहयोग अत्यंत आवश्यक है। इंडियन टी प्लांटर्स एसोसिएशन (आईटीपीए) की डुआर्स शाखा के सचिव राम अवतार शर्मा ने कहा, किसी भी बागान को चलाने के लिए प्रबंधन और कर्मचारियों की व्यक्तिगत सुरक्षा सबसे पहले जरूरी है।